Priya Sharma   (Priya(रूहानी))
693 Followers · 240 Following

read more
Joined 10 December 2018


read more
Joined 10 December 2018
15 APR AT 19:52

मैं अपने ग़मों में भी उसकी तरबियत सोचती रही
मुर्शद मगर वो किसी महखाने में
ज़ाम को अपने नाम करता रहा
मैं कहती थी कि मैं उसी की हूं
मगर वो हमनाज़ कई ओर बनाता रहा
ना कदर कि उसने ना पूछा मेरा हाल
हम तो उन्हें सोचते रहे
और वो किसी ओर में गुम रहा।।

-


2 AUG 2024 AT 18:22

भूल भी जाएं बेशक
पर क्या करें
वो जो कभी खास थे
वो खास अब भुलाए नहीं जाते।।

-


29 JUL 2024 AT 14:49

चलिए कुछ खामोशियों को पन्ने पे उतारते हैं
कुछ कहते हैं और कुछ समझते हैं
अहसास वो जो मध्यम मध्यम सी
कहीं खोई थी
उन्हें फिर आज पुकारते हैं
चलो एक नई कहानी लिखते हैं।।

-


3 MAR 2024 AT 22:21

करने को यह दिल तरसता हैं
चाहकर भी अब यह चुप रहता हैं
यूं तो कई साय रहे राहों में
अब यह दिल खुद में ही गुम रहता हैं।।

-


8 FEB 2024 AT 22:15

तड़प के देखो किसी की चाहत में ,
तो पता चले इंतजार क्या होता है
यूं ही मिल जाए अगर कोई बिना तड़पे ,
तो कैसे पता चले कि
प्यार क्या होता है ?"

-


7 FEB 2024 AT 17:38

जो तुमने मुझे दिए
ख्वाब वो जो तुम्हारा बन जाए
यह चाहत यूंही चलती जाए।।

-


6 DEC 2023 AT 13:54

सुकून ऐ वफ़ा तुझसे हो गयी
ऐ मेरे हम नवां यह चाहत
अब तुझसे हो गयी।
ना अब साया रहा मेरा
मेरे हर इश्क की इम्तेहान
अब तुझसे हो गई।
तु ख्वाब दिखा बेबाक सा
कुछ तुझमें गुम हो जाऊं मैं।
प्यार इस कदर हो तुझसे
की दूर रहूं और तुझमें मिल जाऊं मैं।।

-


29 NOV 2023 AT 9:40

वो तेरी गर्म सांसे
पास हो और तेरी मुस्कुराहट भरी आंखें
ख्वाबों सा समुंद्र और तेरी कोमल बाहें
अहसास उस लब पे लिखे
जो तुझमें बसर हो
वो इश्क हमारा कुछ इस कदर हो।।

-


25 OCT 2023 AT 22:43

कभी शांत हूं
कभी मौन हूं
कभी चुप हूं
कभी खामोश हूं
अंदर का शोर हूं
टूटी आस, टूटे ख्वाब
छूटे याद हूं
मैं जिंदगी का एक पन्ना हूं
कोई पढ़े मुझे
उम्मीदों से लिखे मुझे
मैं ढूंढती एक राह हूं
मैं तेरा मन हूं।।

-


11 OCT 2023 AT 22:30

इन आंखों के झरोखे में तेरा नाम दर्ज हो
ढूंढे मेरी नज़र और तेरा अक्श साथ हो।

-


Fetching Priya Sharma Quotes