हाँ यारों
आख़िरकार वो आई है
इंतेज़ार था जिस घड़ी का
आज वो घड़ी अब आई है
न बहाना है आज देरी का
यारों बड़ी फ़ुर्सत से वो आई है
वक़्त ने क्या ख़ूब करवट लिया
देखो वो शर्मोहया छोड़ आई है
दुल्हन सी सजी है वो
गले लगकर रोने वो आई है
लहूलुहान पड़ा मैं यहाँ
वो भी लाल जोड़े में खूब इतराई है
डरते डरते सही
पर मुस्कुरा कर वो आई है
ज़माने से छुप छुपा कर
आज मेरी मौत मिलने आई है
हाँ यारों
आख़िरकार वो आई है
ये आख़री सलाम है अब मेरा
चलता हूँ मेरी महबूब मुझे लेने आई है-
Her husband
Died in a militant attack .
Instead of crying on his corpse
She trained her son
to earn his father's uniform .
//Soldiers bleed Patriotism .-
याद करो उस फौजी को,
जिसकी मां बेखौफ ना सोती है,
याद में हर पल अपने बेटे के,
रोज रात को वो रोती है।।
#पुलवामा-
Journey which began
from her womb and
stayed in her heart
must end up at her feet.
So why old age homes existing?
- Parth Neeraj Bishnöi.-
कितना फर्क है हममे और उनमें,
कि चैन की नींद के लिए,
हम नींद की गोली खाते है
पर वो बन्दूक की गोली खाते थे।
देश के सपने देख,
वो अपनी आखरी नींद सो गए।
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We need warriors to battle for glory
We need survivors to tell the story-
गर दिखावा करना ही है देशभक्ति, तो हाँ नहीं हूँ मैं देशभक्त!!!
गर धोखा देना ही है देशभक्ति, तो हाँ नहीं हूँ मैं देशभक्त!!!
यहाँ झंडा फहराकर फेकने में माहिर हैं लोग,-2
गर झंडे को फेकना ही है देशभक्ति, तो हाँ नहीं हूँ मैं देशभक्त!!!-
चरागदान कोई गर्द से...ढका पड़ा है...
बहुत दिनों से उस बुढ़िया ने...कोई चराग नहीं जलाया...
सुना है उसका बेटा... फ़ौज में था...👮
सरहद पर गया था...लौटकर नहीं आया...😢-