Kisi ne sach hi kaha hai apni apni kismat ki baat hai........
Kisi k pas sab kuch ho kr bhi khush nahi.......
To kisi k pas kuch na hokar bhi khush hai......
Kuch log chhoti chhoti chizo mein khushian dhund lete hai.....
To kuch logo k pas itna kuch hokar bhi khushi nahi milti.....
Kyoki khushiyan rehmato ka wo guldasta hai jo khuda chunta hai hmare liye.....-
सब नसीब की बात है यह कहकर बीच राह में दामन छुड़ाकर कर चल दिए, हां सब नसीब की बात है यह मानकर हम आज भी उसी राह पर इंतज़ार कर रहे हैं
कमजोर नसीब नहीं था तेरा यकीन था जो कुछ पल भी इंतजार न कर सके-
सब चले जाए बेसक से छोड़कर मगर तुम मत जाना
कोइ नहीं है मेरा तुम ही थोड़ा और पास आ जाना
अकेले रह जाएंगे तो मौत के ख्याल आएंगे बस
तुम ही हमारे पास हमेशा के लिए ठहर जाना
हम तुम्हारी बातों में और तुम हमारी बातों में बहक जाना
बहुत ख्याल रखेंगे हम भी तुम्हारा बस तुम कहीं ना जाना।❤️-
تنہا ہوں اِس لیے بھی کہ چاہے گا کون یہ!
مجھ سا اداس شخص ہو اُس کے نصیب میں!!
Tanha hu is liye bhi k chahy ga kon ye!
Mjh sa udas shaks ho us k naseeb m!!-
कश्तीयाँ डूबती जा रही है इश्क़ की
और समंदर भी बेपरवाह है
ये सब खेल है किस्मत का
या किसी की बददुआ है?-
हम लिखते और सुनते रह गये किस्सा दर्द का.
पर कहानी लिखने वाला तो कोई और निकला-
Baat इश्क़ mai वफ़ा ki hoti toh m dono baar na haarta,
Baat नसीब ki thi, m kuch na kar saka....-
पनाह कैसे मिलती साहब,,,,
नसीब में तो भटकना ही लिखा था....!!!!!!!!-
कुछ तो रहा होगा
दरमिया हमारे पाक सा ...
यू कहा आज के दौर में
रुहानी ख्वाब-की ताबीर नसीब हुआ करती है ...-