QUOTES ON #MAYKA

#mayka quotes

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21 MAR 2018 AT 22:34

All her journey travelled from 'paraya dhan' to 'paraye Ghar ki'.

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शादी के 4 दिन बाद ही लड़कियाँ
ससुराल की सारी जिम्मेदारी संभाल लेती हैं....
और इसका नुकसान उन्हें तब पता चलता है जब उनके इसी गुण के कारण उनके मायके जाने में दिक्कत आती हैं।।

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18 AUG 2019 AT 11:43

विदाई उपरांत जैसे पिता का घर, "मायका" कहलाता है,
वैसे ही उस घर के अपनेपन का ज़ायका बदल जाता है।

मायके में चीज़ें, स्वच्छंदता से नहीं की जातीं इस्तेमाल।
"दमादजी लेने कब आएँगे?" पूछते सभी यही सवाल।

मेज़ पर खाने के बरतनों को उत्साह से खोला नहीं जाता,
"यह नहीं खाना, वो और दो न" बेबाक बोला नहीं जाता।

हिचक होती अब माँ के दिये तोहफों को ग्रहण करने में,
ना जाने कितनी ज़रूरतें रौंदी गई , यह खर्च वहन करने में।

हाथ जलने से अब माँ माँ कर घर भर नहीं चिल्लाना है,
जले हाथों से ही चुपचाप सारा कार्यभार सम्भालना है।

बेटी वाली शरारत, मनमानी, हक़, जिद्द समाप्त हो गये।
बहू के मृदुभाषी,अल्पसंतुष्ट,अन्तर्मुखी गुण पर्याप्त हो गये।

बेटी से बहू बनने का सफर कितनी जल्दी तय हो जाता है,
पगफेरे की रस्म से मायका में अजनबी हर शय हो जाता है!

माता पिता के बदले हुये प्यार में, मायका पराया घर लगता है,
औपचारिकता के घूंघट तले ससुराल किराया घर लगता है।

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9 AUG 2020 AT 20:27

"Soch" or "nazariye" ko
badal kr dekho
Sahb...
Ek ldki "jism" k alawa bhi
"bhut" kuch h...!!!

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18 MAY 2020 AT 20:13

Vo sanskaro ko odh kar sasural chali gyi
Shaukh sare mayke me hi chhut gye

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9 AUG 2020 AT 19:55

अपनो को पराया कर, पराये घर को अपना करती हैं,
ऐसी सिफत तो सिर्फ हम बेटियों मे ही हुआ करती है।

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13 JAN 2022 AT 6:27

मायका क्या है ये तुम अभी नहीं समझ पाओगी,,
अहमियत आएगी समझ जब ससुराल जाओगी।।

जब सब करने के बाद भी सुनने पड़ेंगे ताने,,
मायका स्वर्ग होता है कोई माने या न माने।।

सब कुछ सहोगी मगर रो नहीं पाओगी,,
मायके में 10 बजे तक सो लो ससुराल में सो नही पाओगी।।

आज मां की हर बात का जो जवाब देती हो न,,
वहा जवाब जुबान पर होगा पर दे नही पाओगी।।

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6 MAR AT 14:47

बेटियाँ तो बस बोलने के लिए पराई होती है
वारना जन्म के कपडों से लेकर,
मरने तक का आखिरी कपड़ा भी
मायके से आया है ❤️‍🩹

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5 JUL 2019 AT 11:47

बचपन बीता था जहाँ
उस गली में ही मैं अनजान बन गई
उस पल जिस पल में
मैं अपने ही घर मे मेहमान बन गई
कल तक जो घर था मेरा
अब उससे अलग मेरी
पहचान बन गई
पापा की परी थी कल तक
अब उसी घर की मेहमान बन गई

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19 APR 2017 AT 0:03

वक्त के दौर के साथ सब कुछ बदलता रहा,
ससुराल अब घर बन गया
और मायका बस छुट्टियों में घुमने की जगह।

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