Harsh Snehanshu 28 MAY 2018 AT 1:56 कभी तुम्हारा पाँव लगे, कभी मेरी नज़र - ALOK KUMAR 26 MAY 2018 AT 11:41 एक आस में के एहसास हो तुझे हालत ये मेरी... - Anuup Kamal Agrawal 26 MAY 2018 AT 5:32 सम्भल कर चलना, कहीं तुम्हें ठोकर न लग जाये - Simran 25 MAY 2018 AT 22:16 हम तो आपकी गली से रोज गुजरते है रास्ता तो याद रहता हैपर घर का पता हम भूल जाते है - Anuup Kamal Agrawal 26 MAY 2018 AT 5:22 चढ़ा कर फूल हम पर देवता बना दिया - ANAMIKA GHATAK 26 MAY 2018 AT 13:18 तराश लो इस पत्थर को और दिल में सजा लो - Pankti Agarwal 25 MAY 2018 AT 22:33 तुम रोज़ अनजान बन ठोकर मार जाते हो - Nirmala Jangid 26 MAY 2018 AT 8:41 मूल ना सही कुछ ब्याज़ ही चुका दो - Saanjh 25 MAY 2018 AT 23:05 जब सावन आता है, तो पता नहीं चलता, आँखें वर्षा से भींगी हैं, या विरहा से - Manishaa M 26 MAY 2018 AT 15:13 हमें ऐसे देखकर तुम हमेशा मुस्कुराया करो। -