Pankti Agarwal   (Panktii By Pankti)
2.3k Followers · 26 Following

read more
Joined 3 April 2018


read more
Joined 3 April 2018
27 MAY 2024 AT 21:57

जब न्यायधीश बिक जाते है
तब,

बेकसूर
कारागार में रोते हैं

-


21 MAY 2024 AT 23:27

जासूसी हो रही हैं मेरी
और जासूसी का
इल्ज़ाम भी मुझ पर

-


21 MAY 2024 AT 17:18

ब्याह ऐसे से रचाय
जो धनी हो गुण से,
जो रचाय धन के धनी से
वो सम्मान कभी ना पाय
वो प्रेम कभी ना पाय

-


18 MAY 2024 AT 19:15

कुछ ऐसा उलझे
की साथ चलना
भूल गए

-


18 MAY 2024 AT 17:14

फटी कमीज़ बहुत
छुपाने की कोशिश की,
अपने पुराने कोट के नीचे,
उस पिता ने,
पर बिटिया की
बिदाई के समय
दिख ही गयी

-


13 MAY 2024 AT 21:17

आम का आचार
एक बार धीमी आँच पे सही मसाले
और तेल से पका लो,
उसे धूप दिखा दो और प्रेम से समेट के
आचार की बरनी में रख दो
तो जब तक रहता है साथ निभाता हैं,
सबके साथ सामंजस्य स्थापित कर लेता है

-


9 MAY 2024 AT 8:30

कोई बताओ चाय को
अपनी साँवली सलोनी सूरत पर
इतना गुमां ना करे,
चाय पीने से रंग काला हो जाता हैं,
इस कहावत के लिए मशहूर हैं वो

-


1 MAY 2024 AT 22:25

May may go away
Come again another year
Right now karma wants to play
Another year please be fair

-


22 MAR 2024 AT 11:49

कितनी बुरी तरह से टूटा होगा
जो अपने ही दिल के एक टुकड़े को
खुद से दूर करना चाहता है

-


22 MAR 2024 AT 11:46

And
I am like thirsty

-


Fetching Pankti Agarwal Quotes