काफ़िले से ऊब कर, उससे दूर भाग
अकेले सैर करने की तमन्ना लिए
मैं जब एक नए रस्ते पर निकला
तो दूर दूर तक कोई भी ना दिखा
सुनसान रस्ते को देख बहुत ख़ुशी मिली
सोचा काफ़िले से पीछा छूटा
कुछ मीलों के सफ़र,
कुछ महीनो की सैर के बाद
बेहद खुश, जब पीछे मुड़ कर देखा
तो मेरा खुद का एक काफ़िला
बन चुका था
सैकड़ो लोग मुस्कुराते हुए, कहने लगे,
'आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं!'-
वक्त का काफिला यूँ चल दिया
मेरी आरजूओं को ढहाने ।
और हम
वक्त-ए-राहगीर तमाशा देख रहे हैं।
क्या करते अब वक्त की पहचान भी
खंजर-ए-शमशीर है।-
Gumnami ki wadiyon me
Barson phirna pdega ga
Jab mukhalfat me hmare
Kafila nikaalna pdega....
-
मुझे तमाशाशाई लोगों की जरूरत हीं नहीं....
हम तो अकेले हीं काफ़ी है काफिले के लिए....✍🏻-
Mein Chala Tha To
Kafila Lekar...
Ek - Ek Kar Ke Sab Hi
Bichad Gaye Mujhse...-
हमने सोचा कि सिर्फ...
हम ही उन्हें चाहते हैं...
मगर उनके चाहने वालों का...
तो काफ़िला निकला...
मैंने सोचा कि...🤔
शिकायत करू खुदा से...
मगर वह भी उनके...
चाहने वालों में निकला...-
राब्ता लाख सही काफिला सालार के साथ
हमको चलना है मगर वक्त की रफ्तार के साथ
अज्ञात-
हम तो चले थे काफिले के साथ मंजिल की ओर
और आज मंजिल के रास्तों में बिल्कुल अकेले खड़े है
हमे कहा पता था लोग यहाँ मतलब के लिये मिलते है देव
लोगो का मतलब पूरा होता गया और काफिला बिखरता गया-