dev agarwal   (Dev agarwal)
1.7k Followers · 2.1k Following

read more
Joined 13 December 2017


read more
Joined 13 December 2017
2 FEB 2018 AT 16:45

मय के कुछ जाम छलकाने तेरे मयखाने में दाखिल होता हूँ
पर तुझसे नजरे मिलने पर बहकते कदमो को कुछ होश नही रहता

-


31 DEC 2021 AT 22:34

ज्ञान, फकत कब किताबो में बस्ता है...
तजुर्बे चाहिए, कुछ अल्फाज़ो को समझने के लिए...

-


25 SEP 2020 AT 19:57

पहली महोब्बत का पलड़ा हर वक्त भारी रहा,
फिर से महोब्बत होने पर भी उसको दबाना जारी रहा..

-


18 JUN 2020 AT 8:35

वक़्त बचा रखा था कुछ वक्त बिताने के लिए,
उम्र भर ख्वाबों की दौड़ वो वक्त भी ले गई।

-


15 MAY 2020 AT 18:58

तुम अपना वक्त काटने के लिए मुझसे बाते करो,
हाँ, अकेला तो हूँ में पर इतना खाली भी नही।

-


20 APR 2020 AT 8:48

दुनिया की भीड़ में चेहरों को पहचानना नही जाने

पढे-लिखे तो हो तुम, पर तजुर्बे से आम लगते हो।

-


18 APR 2020 AT 10:13

चेहरे पर ख़ुशी पर नजरे चूरा रहे हो
लगता है फिर किसी के दिल से खेल कर आ रहे हो

-


11 APR 2020 AT 18:09

जब तुम साथ हो
पर कुछ अनकहे अल्फ़ाज़ हो
हाथ कपकपाते हो
पर एक दूसरे को थामे हो
आँखो से बाते हो
पर लब एकदम शांत हो
हाँ बस तब ये
ख़ामोशी अच्छी लगती है

-


10 APR 2020 AT 23:32

यूँ बदसलूकियां ना कर उसके लिए
मुझसे तू, ऐ ज़िन्दगी
जो साथ रहकर साथ ना रहा
वो दूर रहकर क्या याद करेगा

-


27 JAN 2020 AT 20:09

जज़्बात जो बयाँ किये मैनें अपने
अचानक नज़रो में उसकी में आम हो गया।

-


Fetching dev agarwal Quotes