बेआरज़ू ...होना पड़ा मुझे आखिर...
मेरी आरज़ू को कुछ ...हासिल कहाँ था ??😢
वो बड़े लोग थे...बड़े शौक थे उनके...
मैं भला उनके...काबिल कहाँ था ?👥
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मोहब्बत थी मोहब्बत ही रहेगी
फुरसत ही फुरसत आपके लिए
वो मेहफिल कब से रुख़सत हो चुकी है
इश्क़ की राह आसान कहा होती है
तक़दीर का मुंह मोड़
आपके साथ चले है-
Nhi bnaungi hissa ab tuje apni kisi hasrat k,,,
Tum kabil ho bs ab sirf meri nafarat k💔-
वो पत्थर-दिल भी था कितना खूबसूरत....
लेकिन मेरे मोहब्बत के काबिल ना था...।-
कि इरादा बदल लो जाना
तुम हमें पाने की
हम सक्स नहीं काबिल
अब तुम्हारे चाहने के,
और एक बंजारे का हाथ
क्या थाम पाओगी तुम?
ख्वाबों का आशियाना
बनाना अब छोर दो!
हम सक्स नहीं एक
ठिकाने के इरादा बदल
लो अब तुम हमें पाने की।
हम सक्स नहीं काबिल
अब तुम्हारे चाहने के .-
*No one
My math teacher after announcing the class test whispering in my 👂ears! 😢🤧-
नजरे,माना खूबसूरती निहार सकती है।
रूह तक प्रेम तो दिल से ही होता है।-
हाँ मैं इस काबिल तो नहीं की
तेरी मोहब्बत हो जाऊं..
..मगर इतना तो कह दे कि
इस बेरुखी़ की वज़ह क्या है!-
Usko malum hai ki uske kabil nhi hu mai
Fir v hr roj mujse baat krti hai
Itna to nhi btati ki pyar krti hai
Ha pr kehti hai ki yaad muje hr roj krti.....-
नकली रिश्तों को तोड़ देना सही होता है
गलत लोगों को छोड़ देना सही होता है
जब कोई गहरा लगाव ही घाव बन जाये
तो फिर उसको छोड़ देना सही होता है
अपनी कुछ ख्वाहिशों के उड़ान से पहले
उनके सारे पंख काट देना सही होता हैं
हमारी लापरवाही में पनपते है जो रिश्ते
उन्हें समय रहते भाव देना सही होता है
उम्मीद सबकी टूटती है, कुछ चीजों को
वक़्त के भरोसे छोड़ देना सही होता है
"कपिल" मन की मन में रहने दो क्यूँकि
जो किस्मत ने चाहा है यहाँ वही होता है-