Himanshu Sharma   (हिमांशु हिमदिल)
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Joined 14 February 2019


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Joined 14 February 2019
15 JUN AT 19:46

मेरी और तुम्हारी खूबसूरत कहानी होगी,
मोहब्बत करने वालों को वो मुहजुबानी होगी,,
देखना,,,,
जो मैं नहीं लिख सका वो हम पर लिखेंगे शायर,,
इश्क और इबादत की ये ऐसी निशानी होगी,,

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14 JUN AT 22:27

इन आंखों में अब आंसू नहीं आया करते,
दिल इंसानों से हम अब लगाया नहीं करते,

ये हमारा सफर कोई साधारण सफर नहीं हिमदिल,,
ब्रह्मांड की शक्तियों को हम नकारा नहीं करते,,,

हमारे लिए हम क्यों चिंता करे अब महादेव,
भगवती, महागणपति भक्तों से किनारा नहीं करते,,

जो चुना होगा अबधूत बनने तक का सफर मेरे लिए,
भैरवी की चाह रखते,पर ये दिखावा भी नहीं करते,,,


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13 JUN AT 20:07

कई चेहरे👰 आए दिल ❤️की गली में हिमदिल,
दुख यही ,कोई मेरी किस्मत 😭नहीं बन सका ,,

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12 JUN AT 17:01

हमारा ये मिलन शरीर से नहीं रूह से हुआ था
खुद नहीं मिले हम ,जैसे किसी ने हमें मिलाया था,,

पहले देखा फिर परखा , यू नहीं वो माने थे,
आसान नहीं थी उनकी परीक्षा , मौत तक ले जानी थी,,

मेरे सारे चक्र तोडकर वो मेरे पास आए थे
ले जाकर एक जगह , वो सभी क्रिया कराए थे,,

ईष्ट बल , साधना बल , सब देखकर कहा डरने वाले थे,
कामख्या से मिला बल, तब मिट्टी में उनको मिलाया था,,




कैप्शन पढ़े,,

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11 JUN AT 11:27

वो लगे हुए है , हम सोए हुए है,

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10 JUN AT 20:58

कोल साधना की रात थी, चंद्रमा भी मौन था,
जपते हुए बीज मंत्र, अग्नि सा पावक ये मन था ,




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9 JUN AT 20:45

सुनो , तुझको पाने की तरकीबों में जाना,,
में चर्च, गुरुद्वारा,मंदिर ,सब जगह सर झुका सकता हूँ,,

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8 JUN AT 22:43

तुझको देखकर जो अब ये खयाल आया है,,
ये इश्क ही है या रब ही मेरे पास आया है

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8 JUN AT 13:12

दया धर्म का मूल है, भक्ति मुक्ति मा मार्ग,,
बाकी सब रास्ते कठिन है , ये हकीकत मान,,

वेदांत पढ़कर ब्रह्मा हुआ, टिक नहीं पाए रात,,
योग साधकर भी नहीं लगेगा तेरे कुछ हाथ,,

प्रेम भक्ति कर ले , हिमदिल को आया अब विश्वास,,
हरि अब नहीं छोड़ेगा, नाम जप कर ले अब ये दिन और रात,,

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7 JUN AT 21:00

मुझे इश्क़ का नहीं पता बस महादेव सा बनकर निभाऊंगा,,
तुम मां पार्वती सी बनकर देखो , खुद तेरा श्रृंगार बन जाऊंगा,,

प्रेम भक्ति साथ में करेंगे , ध्यान में भी साथ ले जाऊंगा,,
धामों तीर्थों ही नहीं , सभी सिद्ध पीठ मैं लेकर जाऊंगा,,

एक जन्म का साथ नहीं होगा हमारा और तुम्हारा,,
शिव शक्ति की तरह ,अनंत जन्मों तक साथ निभाऊंगा,,

देखा नहीं महसूस करता हूँ, तुमको भी में उपासना में शामिल करता हूँ,,
नैवेद्य से, संकल्पों में , महादेव ओर महामाई से तेरी फरियाद करता हूँ,,,






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