जब जब लगा की इंसानियत ख़तम हो रहा है,
तब तब किसी न किसी को मदद के लिए भेजा ,
जिनकी हमने की थी दूर परेसननी कभी ,
उन्होने भी धोका दे दिया अभी,
ये इंसान भी अजीब है ,
जब निकल जाए मतलब तो रिस्ता भी खाली है,
तुझसे नहीं कोई गिले शिकवे हैं,
बस ये इंसान क्यों भूल जाते अपने किए वदे हैं..
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