माना मैं आपके घर की राजकुमारी हूँ पापा
पर किसी के घर की रानी तो बनूगी
जैसे मेरे घर मे रहती भाभी मेरी
वैसे मैं भी किसी के घर की घर की बहू तो बनूगी
👇👇👇👇 (अनुशीर्षक में पढ़िए)-
Maa k anchal mei pali thi,
Pita ki ungli pakad kar chali thi,
Mai inke hi baghiche ki ek nanhi si kali thi,
lagti thi jab nanhi si bhi chot mujhko
to maa ki ankh bhar ati thi,
Bade hi nazo se mai pita ki
bahon mei pali thi,
Phir ai ek aisi Reet
Ki mai ink liye hi
"Parai ho chali thi",
Maa k anchal mei pali thi,Pita ki ungli pakad kar chali thi.-
किसी का चेहरा जला है,किसी का पूरा शरीर।
कहीं लोग मिल कर शोषण करते है और फिर छोटे
कपड़ों के नाम पर करते जलील।।
इस कलयुग में कलि की ना जाने कैसी हवा चली है।
क्या नहीं देख पाते कि उस औरत के
रूप में माँ दुर्गा खड़ी है।।
बेटी होने से पहले ही
स्त्री भ्रूणहत्या कर देते है।
और अगर अन्य स्त्री
पढ़ कर कुछ बन जाए
तो उसकी चरित्र पर सवाल करते है।।
क्या कभी स्त्री को
वो सम्मान
मिलेगा जिसकी वो हकदार है।
यह आज भी लोग कहेंगे की
स्त्री अभिशाप है।!-
इश्क़ के नाम पे भले ही तुम ताजमहल ना बनाना।
लेकिन वो जिसे घर बना सके ऐसी एक झोपड़ी जरुर बनाना।।
भले ही किसी महँगे होटल में खाना ना खिला सको।
लेकिन उसके साथ,दो निवाले उसे अपने हाँथ से जरूर खिलाना।
मै जानता हूँ तुम दौड़ भाग में व्यस्त रहते हो सारा दिन।।
लेकिन उसके साथ चंद पल सुकून के जरूर बिताना।।
माना वो नादान है जरा सी क्योंकि लाडली रही है किसी की।
उसे गुस्से से नही बस थोड़ा प्यार से कभी समझाना।।
भले ही तुम उसे समझने मे देर लगा दोगे।
लेकिन वो तो तुमसे शुरू तुमपे ख़तम है ये ना आजमाना।
कहने को तो सब उसे घर की लक्ष्मी कहते हैं यहाँ।
देवी न सही बस उसे अपने दिल के मंदिर मे सजाना।।
बना देगी वो आशियाने को जिंदगी को जन्नत तुम्हारी।
बहुत ही नाज़ुक सा रिश्ता है ये इसे पूरी सिद्दत से निभाना।।
हो सके तो अनुशीर्षक ज़रूर पढ़े 🙏🙏-
कोई तो इस पर गौर करो,
बेटियों के संहार को खत्म करो।
बेटी के रूह को तड़पाता है,
बीच सड़क बेटी को जलाता है।
कोई तो इसका अंत करो,
बलात्कार को देश से खत्म करो।
जब बेटियों की सुरक्षा नहीं कर पाएगी यह समाज,यह सरकार,
कैसे नारा लगाओगे "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ"।
बेटी को जब कोई नहीं समझेगा,
हमारा भारत कैसे बढ़ेगा।
अबला,नारी,बेचारी उसे पुकारोगे,
अपने घर की इज्जत खुद उछालोगे।
बेटी को उसका हक दिलाओ,
बलात्कारियों से सबकी बेटी को बचाओ।
बेटी को मिलनी चाहिए भरपूर सुरक्षा,संपूर्ण सम्मान,
तब आएगा रामराज्य
जब सुधर जाएगा हमारा यह देश महान।-
एक छोटे से घर की "Google" होती है
"House wife" जिसे
हर चीज का पता
होता है, आपके सामान से लेकर
आपकी भावनाओं तक-
।। तेरे(बेटी) बिना घर सुना ।।
होली का त्यौहार है, चारों ओर मग्न संसार है
लेकिन फिर भी घर उदास है,
क्योंकि उस घर को बेटी की तलाश है।
मुझे भी अपने घर जाना है,
मुझे भी रंगों वाला त्यौहार मनाना है।
अपनों की छांव में कुछ वक्त गुजारना है,
बसंत ऋतु की है बहार,
मुझे भी मनाना है,अपनों संग होली का त्यौहार।-
Betiyaan dahej ke naam pe
Sauda nahi,
Ghar ki laxmi hoti hai..!!-
हर कोई चाहता हैं
हर कोई चाहता हैं बेटियां आगे बढ़े
रास्तों में कांटे भी हम बिछाएंगे शुरुआत तो
बेटियों के साथ हम ने ही की थी बेटियों को अपने घर
हम कभी नहीं लाएंगे खुद से ज्यादा उन पर विश्वास
करना सीख लो यह एक बेटियां ही हैं जो
हम सबके पत्थर के मकान को एक खूबसूरत घर बनाएंगी।।-
मेरे घर कि चोखट हो
या हो घर का मंदिर
हर चीज़ संजोकर रखती है
वो सिर्फ़ माँ नही घर कि लक्ष्मी है
खुद नही खाती पर सबका पेट वो भरती है
क्योकि खुद से ऊपर वो सबको रखती है
वो सिर्फ़ माँ नही घर कि लक्ष्मी है
अनपढ़ है वो मगर सबके चहरे पढ़ लेती है
आपकी हर समस्याओ का हल वो रखती है
वो सिर्फ़ माँ नही घर कि लक्ष्मी है
दुनिया कि इस भीड़ में
प्यार का असली मतलब सिर्फ़ वही समझती है
वो सिर्फ़ माँ नही घर कि लक्ष्मी है....-