जिसे चलना हो इश्क़ की राहो पे तो चले..
हमसे न अब इश्क़ होगा न ही किसी पर एतबार....
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मैंने किया ऐतबार तूने दिल तोड़ा है
मैंने चाहा तेरा साथ तूने मुंह मोड़ा है
अनजान मुसाफिर सा चला तेरे पीछे-पीछे मैं
पर आज तूने बीच राह में आखिर मुझे छोड़ा है
टुकड़े टुकड़े थे दिल के पर मैंने अब उन्हें जोड़ा है
मिट गया बजूद फिर भी अब सीखा जीना थोड़ा - थोड़ा है
मैंने समझाया दिल को की अब प्यार ना करे
तेरे जैसे किसी और पर फिर से एतबार ना करे..।।।
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ना तुमने कुछ कहा,
ना मैने कुछ समझा।
ना तूने कभी इजहार किया,
ना मैने कभी ऐतबार किया।
ना तुझमें कभी बोलने की साहस,
ना मुझमें कभी मिलने की चाहत।
शायद इसीलिए एक दूजे से जुदा हो गए।-
Na Dil me rahate he na Dil se jate he
Jane kyo wo hame itana tadpate he
ham hi chale Jaye unke dil me rahane
Magar wo pta bhi nahi batate he-
प्यार करना कोई मुश्किल नही
मुश्किल तो उसे निभा पाना है
जहा सच मे प्यार होता है
वही इंतेजार होता है
हर गलती भूल जाते है लोग
जहा दिलो मे एक दुसरे पर
एतबार होता है
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मैं जिन्दगी से यूँ प्यार कर रहा हूँ
शायद जिन्दगी का एतबार कर रहा हूँ l
मुझे ग़म के सिवा दिया क्या है इसने
फिर किस खुशी का इंतजार कर रहा हूँ l
जिसने वफ़ा को कभी समझा नहीं
क्यूँ उससे वफ़ा का इजहार कर रहा हूँ l
मैंने जिन्दगी के उसे कुछ फ़साने बताये
वो समझे मोहब्बत को व्यापार कर रहा हूँ l
वो गैरों की बांहों में जब खुश हैं
मैं उस से क्यूँ फिर एतराज कर रहा हूँ l
फौजी मुंडे sohan lal munday ✍️
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कभी अपनों कभी गैरों पर एतबार होता रहा,
उम्मीद जाती रही फिर भी इंतज़ार होता रहा.-
Muze yaqeenan ab kisi par etbar na raha,
Meri jubaa kah deti hai, log puchte hai kya kaha..-
जिद बस इतनी सी थी,
वक़्त का फासला ना रहे.
परेशान हो, झकझोर मारते,
कोर्ट कचहरी की दलीलें देते.
न्यायपालिका की तराजू बदल
लेती मोह और इश्क के रंग मे.
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देखो आज जिद ना रही मुझमे-