चेहरे की खुबसूरती को यू छिपाया ना करो
यूं बेवजह हमारा दिल दुखाया ना करो
ये आंखे भी बस तेरा चेहरा देखना चाहती है
रह नहीं पाती तो थोड़ा बहक जाती हैं
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वो रहने वाली महलों की, मैं उसके दिल का राजा था. .
वो बासी शायरी भी मदहोश हो सुनती, अन्दाज़ जो मेरा ताज़ा था. ..
पहरेदारों से नजरें चुरा, जो कभी-कभी वो मिलती थी. .
बागवान की सारी कलियाँ, उसी रोज़ तो खीलति थीं. ..
चेहरे से उसके लठ जो हटता, मैं सारि दुनिया भूलाता था. .
वो थोड़ी सी तारीफ़ क्या कर दे, मैं फ़ूले नहीं समाता था. ..
खुद बंद बंद सी सहमी-सहमी, सारे खुशियों की वो चाबी थी. .
जगा जो मालूम हुआ, हकीकत कहाँ ख़्वाब ही थी. .. ।।।-
मेरे किरदार को.....
मेरे आज से जान नहीं सकते.….
इन हवाओं की तरह
मुझे पहचान नहीं सकते.......!!!-
दिल ए नादान कहीं उन पर
शहिद ना हो जाये...
वो हमारी जान ओर कहि हम
उनके गुलाम ना हो जाये..
👉 Read in caption 👈-
उसकी आंखों में आंसू आ जाए
ख़ुदा ऐसा कोई भी दिन ना लाए
कोई दर्द ओ ग़म बढ़े उसे सताने
राहों में उसकी मेरा घर आ जाए-
❤❤ Dil ❤❤
Dil hain ke maanta nahi...
Par insaan kabhi ye baat jaanta nahi...-
पास हो इतना कि सांस भी एक सी लग रही है
जाने क्या है तुझमें कि ये कसक सी उठ रही है!
चलो ऐसे कुछ हसीन पल हम संग बिताते हैं
जिस्म को बना बिस्तर तुम मुझमें हम तुझमें समाते हैं.!-
खूबसूरत चेहरे से, नक़ाब क्या उतारा ज़िन्दगी ने..!
कि अपने आप हाथ उठ गए, उनकी इबादत के लिए।।-
बस इश्क़ की दास्तान ही तो लिखनी थी।
ये लो लिख दिया.. "नाम तुम्हारा" !-
सुनो! जब कभी भी तुम रूठोगी तो मैं तुमको प्यार से मना लिया करूँगा..
जब तुम्हारा पारा सौ पार कर जाएगा मैं तुम्हें हँसी मजाक से बहला लिया करूँगा..
जब कभी तुम दूर चली जाओगी मैं तुम्हें अपने प्यार के चुंबक से खींच लिया करूँगा..
जब कभी तुम जोर से चीखोगी मैं तुम्हारी चीख को अनसुना कर के तुम्हें प्यार से बुला लिया करूँगा..
जब तुम आग बबूला हो जाओगी मैं अपनी रूहानी शायरी से तुम्हारे अंदर प्रेम की गंगा बहा दिया करूँगा..
सुनो! मैं अपने काल्पनिक दुनिया में तुम्हें बेइंतहा प्यार करूँगा तुम बस मौका मिलते ही हकीकत बन जाना मैं किसी को नही बताया करूँगा..-