हर सबक किताबों के
पन्नों से नहीं मिलती
साहब...
जिंदगी के कुछ
सबक,
लोगों के व्यवहार
बुरे हालात
और खुद की गलतियां
भी सिखा जाती हैं...-
शर्तों में चाहा था तुमने मुझे,
मानो तेरे जीत की निशानी मैं थी।।
जिस कहानी को अधूरा पढ़के छोड़ गए तुम,
जो थोड़ा और पढ़ लेते ,मैं उसी कहानी में थी।।-
If you're not ready to cry,
If you're not ready to take the risk,
If you're not ready to feel the pain,
Then you're not ready to fall in love.-
I was HAPPY when you were there,
I am still HAPPY when you are not.
Coz
My HAPPINESS doesn't have any * Mark.-
बाल मज़दूर मजबूर है,
आँखों में नहीं नूर है।
नसीब ऐसे रूठा है,
क्यूँ वो इतना मजबूर है।।
पढ़ना खेलना चाहता है,
बदनसीबी से लड़ना चाहता है।
वक़्त ने मजबूर कर दिया इसकदर,
वरना कौन कन्धों पे बोझ उठना चाहता है।।
हर ख़ुशी से दूर है क्या उसका क़सूर है,
हमउम्र की सेवा करने के लिये क्यों वो इतना मजबूर है।-
यहां , बर्फ की बारिश हुई थी ।
हां ! नमी कुछ कम महसूस हुई थीं ।
शायद कुदरत से भी , कोई गुस्ताखी हुई थी ।
फितरत बदलने की , उसकी कोशिश हुई थी ।
यहां , बर्फ की बारिश हुई थी ।
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WE ALL ARE NOT SAME BRO...
One gets any type of food ,
One struggling to get the food.
One has lot's of money,
One works hard to get some money.
One doesn't like to go to school ,
One wishes but never went to school.-
लकीरें खींच दी उसने दिलों के आसमाँ में यूँ
सुना था शर्त कोई भी मुहब्बत में नहीं होती-
जिन्दगी का हर एक पल, कुछ सिखाता हैं
शर्त ये है कि उस हर एक पल में,
कुछ सीखना हैं...-
मैंने अपने आसपास बहुत कुछ देखा है;
मैंने हरियाली को रेगिस्तान में बदलते हुए देखा है;
मैंने हंसी को आंसुओं में बदलते हुए देखा है!
मैंने प्यार को नफरत में बदलते हुए देखा है!
मैंने पैसे के लिए बिकते हुए लोगों को देखा है;
मैंने रोटी के लिए मार खाते हुए मासूमों को देखा है!
मैंने अपने आसपास बहुत कुछ देखा है!
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