Beshak chura le jao tum shabd mere..
Magar mere inn khayalo ke,
Ehsas kahan se laoge?
Beshak karlo mere kaam se tum naam apna..
Magar phir khud ki rooh se,
Nazar kaise mila paoge?
PS-: Ab to thodi sharam kha lijiye janab..💛-
शेर मेरे तुम तो खराब से खराब चुरा लोगे ,
और ग़ज़लें भी मेरी किताब से चुरा लोगे ,
इस धंधे में खिलाड़ी मालुम होते हो तुम ,
डर है कि तुम खुशबू गुलाब से चुरा लोगे ,
चाँद घटता , ये आसमान घबराया हुआ है ,
क्या तुम अदाएं भी आफताब से चुरा लोगे ?
खुली आँखों से देखें हैं कुछ सपने हसीन ,
नींद बनकर तुम सब मेरे ख़्वाब से चुरा लोगे |-
कल मोहल्ले में चोरी हो गई,
सब परेशान थे आखिर किसने की होगी...
तब जाकर मैंने उन्हें बताया।
'ये किसी चोर का काम है...'
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दिल का चोर दिल का मेहमान हो गया
फिर आहिस्ता से वो मेरी जान हो गया
मिरी ज़िंदगी में उनका चुपके से आना
इस हयात पर उनका एहसान हो गया
उनके बिना अब ज़िंदगी ज़िंदगी नहीं
धीरे -धीरे वो जीने का सामान हो गया
कल तक था जो मुझ से अनजाना सा
अब देखो तो वो मेरी पहचान हो गया
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-सन्तोष दौनेरिया-
subah ke bhor me ho rahi mitha shor ho tuM
Chidiyan chah chahati ho jaise wo..
mann ko dilo ko churaye jo aisi chor ho tuM
Krishna ki diwaani aise ho jaise wo..
kisi gopika ki chunar ki gulabi chhor ho tuM
Banshi dhun me behosh ho jaise wo..-
Abb laabo pe muskurat nai Anko me nami hoti hai
Din behaal to raat tanhi me guzar thi hai
Kaise kahu tujhe se mera haal Kya hai
Abb har lamha bager tere mout se lagta hai...-
अंधेरा-सा छा जाता हैं जिंदगी में
जब कुछ सपने चूर-चूर होते है
सावन में सूखे दीये भी जलने
को मजबूर होते है
गलती खुद की काली रात बन जाती है
सिर्फ पछतावे में ही
हर रात तडप-तडप कर
गुजर जाती है
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क्यूं न दिल, रात की नींद, दिन का चैन चुराने वाले से बदला लिया जाए..
उसकी जिन्दगी में जाकर उसके surname पर डाका डाला जाए....-
Ab Choro Kya Batau Jo Dil Me Hai Wo Kya Sunau Jo Chor Gaya Dil Dekar Uski Kya Baat Kare Jo Milkar Bhi Na Mila Usse Ab Apna Q Batau
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