पहले मैं लिखता हूँ फिर मेरे साथ वो होता है, अब इसे आप लोग इत्तेफ़ाक़ कहो, मेरी कल्पना की शक्ति कहो, "लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन" कहो या कहो कोई "जादू-टोना।"
"कलम का जादूगर" ये "एक तन्हा मुसाफ़िर:अभि" तो लिख कर चला जाएगा उसके बाद उसकी क़लम, दिल की स्याही और "क़िस्मत" ही जाने कि क्या है "होना।"
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