🙏Dedicated To Someone🙏
महफिल में मेरी इतनी बुराई भी मत कर ए गालिब
कहीं ऐसा ना हो कि तेरी सच्ची बातें भी लोगों को झूठ लगने लगे
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जब मेरी एक बुराई सारी अच्छाईयों पर पानी फेर सकती हैं
तो क्यों ना बुरा ही बन के रहा जाए-
कहते हो लाख बुराइयाँ है मुझमे
हाँ, चलो मान लिया बुरी हूँ मैं
लेकिन जरा खुद पर भी गौर कर लिया करो
सारा वक्त मेरी ही कमियां ढूंढने में बिता देते हो-
वक्त मत गंवाओ किसी की बुराई करने में
वक्त होगा बस तुम्हारा किसी की भलाई करने में-
साहब,
बुरे वो नहीं होते जिनकी बुराईयां होती हैं,
बल्कि बुरे वो होते हैं जो बुराईयां कर रहे होते हैं।।-
छोटी-छोटी बुराइयों से ही
बड़ी-बड़ी दूरियों की शुरुआत होती है।-
Phle mai bht achi thi tmhari najro me,
Pta nhi mne kya gunha kr dia jo mai buri ho gyi tmhari najro me.........-
मेरी कमियाँ निकालने वाले
तुझसे बेहतर तो वो है
जो मेरी हजारों कमियों
को नज़रअंदाज कर
मुझे अपना लिया
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अफसोस तुम्हें मेरे अन्दर अच्छाइयां ना दिखी
कमाल ये तुम तो मेरी बुराइयों पर पीएचडी कर बैठे-
तेरे लाख बुरा होने का , बुरा नहीं लगता
तुझे ऐसे ही चाहा है, तो इसमें कोई बुराई तो नहीं।-