शूल से भी ज्यादा चुभती हैं कुछ बातें, न जाने लोग ये समझ क्यों नहीं पाते? एक छोटी भूल से ही बिगड़ते है अक्सर रिश्ते, न जाने क्यों लोग ये छोटी बात नहीं समझते।🙏
जिंदगी को सुलगाते हो, कशों पर कश जो तुम लगाते हो, धुआँ उड़ा कर गमों को जो तुम भुलाते हो, कभी सोचा है एक बार भी? जिंदगी को सुलगाते-सुलगाते, एक दिन ये जिंदगी ही खाक हो गई तो, क्या होगा तुम्हारे अपनो का? तुम्हारे आने वाले सपनो का?