नही देखते हैं वो आईना कोई दिखाओ उन्हें
परत दर परत चेहरे उतारते जो थकते ही नही ।-
Jab bhi bahut khush ho
Aaina zaruri dekhna chahiye
Kisi aur ko malum ho na ho
Aapko apki muskurahat ki kimat malum hona chahiye-
आंखों को है शिकायत कि बहुत दिनों से कोई अपना नहीं देखा।
बात सही भी है, मैंने एक अरसे से आइना नहीं देखा।-
आइना तो में पहले भी देखता था
मगर तुमसे मिलने के बाद,में उससे बातें भी करने लगा हूं ।।-
इक आईने की तरह था मगर ग़ुबार में था,
वो शख़्स कब से मिरे ख़्वाब के दयार में था..-
मुसाफ़िरों की तरह रहगुज़र में रहता है
ये रास्ता भी मुसलसल सफ़र में रहता है
हर एक कमरे में आईना इसलिए रक्खा
लगे कि कोई मेरे साथ घर में रहता है-
किरदार आईने का आसां नहीं है 'कृष्ण'
रूबरू हकीकत से वो कराता है उम्रभर...-
Wafadari Ki Bat Ho To Aaina ko Tazkira Krna 'Nazia'
Wrna Logon ko Aksar aanshu dekh KR haste dekha hai !!!-
मेरा आईना ही सच्चा हमसफ़र है इस जहां में,
सुख दुख बांट लेते हैं हम एक दूजे को देखकर..-
अब तू बेवजह वजह ना पुछ इस बेरुखी की
कहीं ऐसा ना हो आईने से रुबरु ही ना हो पाए तू-