जिसको बहिन समझ कर
अपने हाथ की कलाई पर राखी बंधवाई
आज वही बहिन बोल रही की आप
कोन हो मेरे 😭-
I dreamt of you.
Lost in a crowd of thousand voices.
The air in my lungs weren't enough
to pierce through the sound of oppression.
So I prayed for your eyes to meet mine.
And you did look my way.
Tears of recognition blurred those lovely eyes.
We met halfway; you with a watery smile,
me with relieved tears.
You ran into my embrace and
I held you tight, soothing your fears
and calming the rage bubbling beneath.
I woke up in my room.
I'm warm and safe.
You aren't.-
रहने में छोटी भी है बहुत, मगर बाजी बुलाता हूँ...
मैं अपनी खुशी से सब बहनों को दीदी बुलाता हूँ...
रिश्तों में दरारे ना आए तभी तो घर पे मैं अपने...
कभी बहनें बुलाता हूँ, तो कभी बेटी बुलाता हूँ...
बड़े रौब से गुस्से में, जब तुम नाक फूलाती हो..
बड़े ही प्यार से मैं तब इसको शहजादी बुलाता हूँ...
मिला है इक तजुर्बा यह कि अपने देरी से आते हैं...
इसलिय ही मैं शायद बुरे वक्त में पड़ोसी बुलाता हूँ...
पुकारुंगा तुम्हारे नाम से ही अपनी बिटिया को 'सदफ़'...
जैसे अभी तुम्हें आपा कहने से पहले प्यारी बुलाता हूँ...-
बहन
जो बाप की तरह डांटती है ।
माँ की तरह प्यार करती है ।
दोस्त की तरह हमेशा साथ निभाती हैं ।
और एक बहन ही हैं साहब ,,
जो अपने भाई के लिए
दुनिया से लड़ जाती है ।
-
तेरी ख्वाहिशों का पलड़ा है भारी
आई है अब तेरे जन्मदिन की बारी
लड़ झगड़ कर तुम करती तैय्यारी
एक भी बार ना जाने पाए ये खाली-
दिन ये आपका बहुत ही खास हो,
जहां की सारी खुशियां आपके पास हो!!
वो दिन ना आए कि हम आपको भूल जाएं,-2
गर आ भी जाए तो वो हमारी आखरी सांस हो!!!-
यूं तो सारे श्रृंगार, है ए दोस्त तू ।
पर मुझमें, सूरमा सा सजता है तू ।
जिससे आंखों में सजा लें,
तो बचाए बुरी नज़र से, ख़ूबसूरती भी दे ।-