💞कोई परिंदा कहे तो तुम बुलबुल समझ लेना🐦
मेरा मिज़ाज़ जानो तो चुलबुल समझ लेना🥳
चन्द हुनर से ही नवाजा है कुदरत ने मुझे🥰
मगर कोई शायर कहे तो सुम्बुल समझ लेना💞-
29 MAR 2020 AT 14:01
24 JUN 2020 AT 1:31
नींद को लोरी सुनने,
नहीं दी इस रात ने....
तेरी यादों का शोर,
ज्यादा था खाब में...-
11 DEC 2019 AT 21:45
Waqt ko, waqt badal deta hai
Insaan ko insaan badal deta hai-
29 JUN 2020 AT 12:51
क्या गलत क्या सही
क्या कहना ...
आख़िर हमें दुनिया के साथ
ही हैं रहना ...-
30 DEC 2021 AT 18:47
“कवि अपने प्रिय का पता जानता है,
पर कविता को नहीं बता सकता ।
इश्क़ का यह मौन व्रत इलाही क्षणों का तक़ाज़ा होता है। "
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22 MAY 2020 AT 20:03
Your heart is like a letterbox
I want to post a letter of love' inside you.'-
7 JUL 2022 AT 13:52
संस्कार अक्सर गरीब के घर देखने को मिलेगा,
दुपट्टा बेशक फटा हुआ पर सिर हमेशा ढका मिलेगा...!-