वफ़ा की उम्मीद किसी इंसान से क्या कीजे...
वफ़ा की उम्मीद किसी इंसान से क्या कीजे...
जब वक्त ही बेवफ़ा निकले तो उलाहना किसे दीजे।-
27 AUG 2020 AT 8:22
27 APR 2021 AT 6:53
किसी से इश्क करना गुनाह हैं
छोड़कर जाने से अपना कोई
दर्द बहुत होता है इसलिए
अकेले ख़ुशी से जिन्दगी बिताओ ...-
20 JUL 2019 AT 23:17
ढहने वाली है जो कायनात अभी बाकी है
वो तेरे सहमने और मेरे बहकने की रात बाकी है-
24 APR 2021 AT 1:18
बस उसे ही,
वक्त रहते समेट लो...
ख़ुद को संभालो,
और ये शिकायतों का पिटारा,
कहीं दूर ले जाकर फेंक दो...!!!-
13 MAY 2021 AT 1:30
सुकून ढूंढते ढूंढते कितनी दूर तक निकल गए
ना पीछे कुछ बचा ना आगे कुछ बाकी
मौत का मंजर आज हाथ पसारे हैं
कब किसको ले जाए किसी को खबर नहीं
अब कोई जुस्तजू नहीं मन को समझा लिए हैं
कोई ग़म नहीं जो है उसी में जब जितना
सुकून मिल जाए बस वही पल सही-