शाख से टूटा हुआ पत्ता हूँ मैं ज़नाब,
मुझे आता है बहती हवाओं के साथ उड़ना-
7 MAY 2020 AT 23:18
15 SEP 2020 AT 6:40
सूखे पत्तों की तरह मत बनाओ अपनी जिंदगी,
क्योंकि
दुनिया में ऐसे भी लोग हैं जो उसे बटोर कर आग लगा देंगें ..!!
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2 JUL 2020 AT 16:52
सूखे पत्ते की तरह उङ चली मैं हवाओं के साथ
अब तो जहां अंधेरा है वही मेरा सवेरा है।
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13 MAR 2022 AT 19:09
बारिश की बूंदो की भी कितनी अदाएं है...
ये जो सूखे बिखरे पत्तो पर गिरे उसे भी मगरूर कर दे.....!!-
14 APR 2018 AT 1:03
"पत्ता तो हरा भी कुछ दिन मै रंग बदल देता
आदमी तो हर घड़ी रंग बदल लेता
ज़िंदगी कि धूप , छाँव मै ईन्सान- ईन्सान ना रहा
मिलकर भी अंजान समझकर अपना रुख़ बदल लेता "-
22 DEC 2020 AT 6:54
कुछ गीले पत्ते झोंक दिए हैं हमने अलाव में,🔥
सूखे पत्तों की तलाश में तुम कहीं दूर ना निकल जाओ।
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17 JUN 2021 AT 20:02
अब लोग पूछते हैं हमसे
तुम कुछ बदल गए हो ...
बताओ, सूखे पत्ते अब
रंग भी न बदलें क्या !-