ज़िन्दगी के इस मोड़ पर उसका मुझसे मिल जाना
यक़ीन मानिए बड़ी तसल्ली है के इन साँसों तक है वो मेरा-
आलम है तन्हाई का ,अन्दर है सांसों का शोर
कहने की है चाहत बहुत ,मगर सुनने को नहीं कोई और
टूट जाएगी आख़िर इक दिन ये सांसों की डोर
थम जाएगा अन्दर का वो सारा शोर
रह जायेगी सिर्फ ख़ामोशी ही खामोशी-
एक सांसें हैं
जो थम जाती है एक दिन,
एक जिंदगी है
जो थमती नहीं कभी...-
आज ये मेरी सांसें जरा़ थमी-थमी सी महसूस हो रही हैं,,,
लगता है वो शख़्स आज बनके दुल्हन रुख़्सत हुआ होगा!-
मात्र सांसो का चलना जीवित होने का प्रमाण नहीं
रूह का जिंदा होना भी जरूरी है-
मैं अपनी सांसें तक लुटा सकता
तुम्हारे हर एक इशारे पे,
बस तुम एक वादे कहाँ कर पाती हो.....-
जी रहे हैं....जीने की ख्वाहिश में,
सांसें लिए इक ज़माना हो गया,
तलाश जिंदगी की बाकी ही रही,
नामुराद मौत भी बेगाना हो गया !-
सुनो,
मैं जी रही हूँ, तेरा ही तो कमाल है...
के ये साँसें हवाओं से ज्यादा
तेरे एहसासों से जो मालामाल हैं...!!-
तेरे जाने के बाद ना जाने मैं कहा खो गया
इन सर्द हवाओं में बहती हुई फिजाओ में
रौशनी से अंधेरो सी हो गयी है ये ज़िंदगी
ना जाने कहा खो गयी है ये ज़िंदगी-
अपनी सारी शामें लिख दूं,
रातों की सारी जामें लिख दूं।
ये दिल क्या चीज है
तू जो कह दे अगर तो नाम तेरे,
जिंदगी की अपनी सारी सांसें लिख दूं ।।-