मैदान ए जंग में मैंने बहुत गुस्सा निकाला है
भरोसा कर तू मेरा मैंने लगाम दांतों से संभाला है ।-
जब हम अपने तरीके से जिंदगी जीते है,
तो अपने को भी इरिटेशन होने लगते है,
जब हम अपने लिए जीते है,
एक सांस सबके हिस्से से हर पल घट
जाती है,
कोई जी लेता खुलकर जिंदगी,
तो किसी की ऐसे ही कट जाती है...!-
Meri Diary #Vs❤❤
घमंड करके अपनी ज़िंदगी पर मौत को ना आज़मा ऐ इंसान,
वो ऊपर वाला तेरी मौत को सींच लेगा.....
डोर से बंधी है तेरी ज़िंदगी वाकिफ हो जाएगा उस दिन तू,
जिस दिन वो ऊपर वाला उस डोर खींच लेगा......
✍️Vibhor vashishtha vs-
ऐ मयंक,
आसमाँ से तू बातें कर,
लेकिन मिट्टी से भी यारी रख,
खुशियों को तू खूब अपना,
लेकिन गम में भी हिस्सेदारी रख,
मुश्किल तो हर कदम में है,
बस कर्म तू अपना जारी रख,
दुनिया को तू खुले दिल से मिल,
लेकिन साथ कुछ दुनियादारी रख,
तू दुनिया को दोस्त बना,
लेकिन कुछ दुश्मन भी पाले रख,
मैदान-ए-जंग है जीवन ये,
हर-पल प्रतिपल जंग तू जारी रख....
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खेल का मैदान हो या जिंदगी का मैदान हो जीत यहाँ उसी की होती है जो सीखने के लिए हमेशा तत्पर रहता है।
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क्या हुआ जो मैदान-ए-जंग हार गए
ज़िंदगी अभी तक हारी नहीं हमने।-
ज़ुल्म-ओ-सितम की हर इम्तेहां तुम पार कर लेना.,
चौसर की बाजियों में हर जोर आजमा लेना..!
अपने स्वाभिमान को हम बड़ी शिद्दत से जीते हैं.,
उतरो कभी मैदान-ए-जंग में तुम्हें भी देख लेंगे..!-
"कल फिर एक मैदानी जंग है
हिन्दुस्तान का भी नया रंग है
पाकिस्तान देखकर ही दंग है
खेल से पहले ही हालत तंग है"-
मैदान के किनारे से पीछे नहीं लौटती
यह मेरी पहचान है, कोशिस किये बिना हार नहीं मानती।-