बे-नियाज़
बे-परवाह
बे-सुध हूँ
अपना यार मैं 'खुद' हूँ
- साकेत गर्ग
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(बे-नियाज़ : बिना इच्छा के/without want)
पता ना लगा वो साथ सालों साल रहा,
के जितना भी रहा साथ बे-नियाज़ रहा।
@anjalihansra-
बे-नियाज़ ही यादें दस्तक देती हैं दिल की दहलीज़ पर,
अक्स के साथ लाए उस शख़्स को किसी तज्वीज़ पर।-
बे-नियाज़ = बिना इच्छा के
नियाज़ रख कर देख ली जज़्बात-ए-मोहब्बत में hariदर्शन
बे-नियाज़ होकर भी देख ले क्या पता कशिश पूरी हो जाए।-
बे-नियाज़-बिना इच्छा के
जब था मन तुम्हारा बे-नियाज़ इश्क़ करने से तो क्यों मुझ से इश्क़ किया
झूठी दिलासा देकर फिर क्यों इस दिल को तोड़ दिया-
बे-नियाज़ ही साथ हो... बात करते हो...ये हाथो में हाथ डालकर चलते हो....
करो इमरोज़ दिल सफा...बोलो तो एक दफा...
तुम्हारी ख़ुशी के खातिर पलट कर भी न देखूँगी।।
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वो नियाज़ मंद शख़्स क्यों खुद से बे नियाज़ हो गया
जरूर उसे किसी शौक़ ए आरज़ू ने डस लिया होगा।-
बे-नियाज़ ही सही कभी याद कर लिया करो
सुना है याद करने से इजाफा ए मोहब्बत होता है
بے-نیاز ہی سہی کبھی یاد کر لیا کرو
سنا ہے یاد کرنے سے اضافہِ محبت ہوتا ہے-
दूर जाते हुए उनकी आँखों में अश्क आए!
बे-नियाज़ ही क़दम दर क़दम बढ़ाते रहे।-
बे-नियाज़..बिना इच्छा के
बे-नियाज़ कुछ भी नहीं होता ज़िन्दगी में
ज़बरदस्ती न थोपा करो अपनी फ़रियादें-