anjali hansra   (AG_diary04)
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Artist | Writer
Instagram : @anjalihansra04
Warmly welcome to collaborate.
Joined 1 March 2018


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22 SEP AT 16:12

हर पल का अफ़साना

पल भर ही सफ़र इस जीवन का,
आज है, कल इसको चल जाना।

साँस ले, जितना ले सकता तू,
क्या पता, कब हो सब खो जाना।

मुस्कुराहट भी रुक जाती है,
आँसुओं को तेरे ही बह जाना।

ख़्वाबों का क्या, सब देखते हैं,
पूरे होते हैं क्या? तूने कब जाना।

दिल लग जाए, सुना वही टूटते हैं,
ये खेल है दिल का पुराना।

क्या लाया है तू, क्या ले जाएगा,
तेरी छाया भी यहीं है रुक जाएगा।

तो जी ले हर पल खुल के तू,
ज़िंदगी है बस एक अफ़साना।

गाए जा, जा तू गाए जा,
है अंत की धुन, तू सुनाए जा।
@anjalihansra

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22 SEP AT 0:02

ये घर-घर है मगर मेरे घर सा नहीं लगता,
रिश्ते हैं सारे मेरे, कोई मेरे अपना सा नहीं लगता।
दिल भरता है रोज़, उम्मीदें आस बहाती हैं,
एक दहलीज़ है ऐसी, जिससे बाहर जाना चाहती है।

@anjalihansra

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12 JUN AT 0:53


चाँद के बहाने मैंने, रात गले लगाया,
रात आई मगर... रात चाँद नहीं आया।
फिर मिला सवेरा, मन उदास भुलाया,
मैंने हँस कर भी देखा - हिस्से सूरज न आया।

@anjalihansra

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1 APR AT 0:51

एक दिन दोनों दूर हो जाएंगे,
लड़ते - झगड़ते हम दोनों हार जाएंगे।
जब जब रूठी मैं तुम मनाने नहीं आओगे,
रहे गुस्सा तुम, मैं मनाते थक जाउंगी।
टूटेगी आस तुम जोड़ नहीं पाओगे,
दिल की धड़कन तुम, फिरसे हो नहीं पाओगे।

@anjalihansra

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1 APR AT 0:34

कुछ रास्ते तब तक ही अच्छे हैं,
जब तक आते खयाल अच्छे हैं।
कुछ रास्ते घर से निकल तो जाते हैं,
मुड़ के फिर घर को कहां आते हैं।
कुछ रास्ते मन जज़्बात पिरोते हैं,
उम्र सारी दिन रात फिर रोते हैं।
कुछ रास्ते चैन व सुकून गुनगुनाते हैं,
चार कदम चलते ही पीड़ा बन जाते हैं।
कुछ रास्ते... देते नहीं तो बस रास्ता कोई
खिलखिलाती सी हँसी, रास्ते कई।

@anjalihansra

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18 AUG 2024 AT 22:35

खैर कोई बात नहीं,
दिल फिर से आज
दिल को बहला लेगा,
आते हुए मन को सवाल
फिर से सहला लेगा।
झुकेगी फिर से नज़र
नज़ारे रुला देंगे,
खैर कोई बात नहीं
हम फिर से मुस्कुरा देंगे।
@anjalihansra

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18 AUG 2024 AT 4:26

क्या आप जानते है?
नहीं जानते तो आपको जानना चाहिए।
पढ़े और जाने❤️


@anjalihansra

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18 AUG 2024 AT 2:28

हाँ, समझौता कर लिया है मैंने,
अब मैं किसी ठोस पत्थर
किसी ठोस पहाड़ सी हूँ।
ऐसे में दो आँसुओं से पिघल जाऊं?
नहीं, तुम्हें अब समंदर लाना होगा।

@anjalihansra

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18 AUG 2024 AT 2:08

हर दिन होते हर अपराध का कारण
समाज का selective होना है।

@anjihansra

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18 AUG 2024 AT 1:45

सोच रही हूं के कैसे आज सब के खून उबाल पर हैं,
गांव शहर, हाथों हाथों मोबाइल जलते मशाल से हैं।

@anjalihansra


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