किसी देश की संसद में एक दिन बड़ी हलचल मची। हलचल का कारण कोई राजनीतिक समस्या नहीं थी, बल्कि यह था कि एक मंत्री का अचानक मुंडन हो गया था.........
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बाल भी खुले थे उसके, काजल भी लगा रखा था।
उसके झुमके ने तो, अलग ही उधम मचा रखा था।-
नहा के
गीले बालों में
निकलते हो
सर्दी की ओस और
जेठ की बारिश
एक साथ लाते हो
बीमार होना तो
लाज़मी है हमारा...!!-
उगने से पहले काट देती है जिंदगी
मानो उसके जिस्म का अनचाहा बाल हूँ-
माँ.... तेरे सर पर आठ मेरे सात आगे क्या होंगे छः फिर पाँच तो क्या सात पुश्तों बाद मिलेगी इस बोझ से निजात और पढ़ने को मिलेगी मेरी पीढ़ी को किताब
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मैं पलटा और ठहर गया..
हाथों में ट्रे थामे उस लड़की पर
पटियाला सूट की उस फुलकारी पर,
कंधे से झूलते चौड़े दुप्पटे में,
घुँघराले बालों की चोटी और
काजल लगी साँवली आँखों पर...
उसने ट्रे रखी तो
निगाह कलाई से लगे तिल पर चिपक गई..
कलाइयाँ इतनी खूबसूरत होती हैं,
मैं नहीं जानता था....!❤️
Insta|love_ki_pathshala_-
बच्चा जब जब मुस्कुराता है, दूर अंधेरा हो जाता है।
सोते से वो हंसकर उठता है,नया सवेरा हो जाता है।
बच्चों के दिल को मत तोड़ो, मंदिर कोई टूट जाता है।
बच्चों में कभी-कभी तो, रब का दर्शन हो जाता है।
बच्चों के आंसू को पोंछो, सब कुछ हासिल हो जाता है।
बच्चा जब रुठे तो लगता, मेरा खुदा रूठ जाता है।
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खाना का स्वाद कम होने पर पति से "पिटती महिला",
"दुसरे मर्द" से बात करने पर महिला पर लगाया गया
समाज के द्वारा "चरित्र हीन का कलंक",
किसी "गरीब महिला" पर काले जादू का आरोप लगा कर
उसका बाल कटबा "मुंह में कालिख" लगा कर पूरे गांव में घुमाना,
एक 65वर्ष के वृद्ध से "12वर्ष कि बच्ची का विवाह",
एक जीवन साथी के द्वारा ही सदियों से
होता आ रहा पत्नी का "मैरिटल रेप",
धर्म और जाति के नाम पर किसी "समुदाय"
के द्वारा पेड़ से लटकाया गया "प्रेमी जोड़ा",
किसी "जघन्य अपराध" की शिकार हुई 3वर्ष की बच्ची,
अपने "रिश्तेदार" से ही "बाल उत्पीड़न" का शिकार हुआ लड़का,
हमें ये बताती है कि हमेशा "अभी के पीढ़ी"
के लोग ही गलत नहीं होते,
कभी कभी हमारी "जड़े" ही "खोखली" होती है..!!!
(:--स्तुति)-
आड़े तिरछे, सफेद काले बाल उग आते हैं
हर रात मेरे चेहरे पर सवाल उग आते हैं-