मेरे पास साँसे कम हैं
और तुम कहते हो प्राणायाम करो-
मुक्त हो आसक्ति से हे मानव!
परहित कर्म कर,बन कर्मयोगी,
लाभ-हानि,मान-सम्मान न सोच,
न सोचना कि जय-पराजय होगी।।
योग का आधार समत्व ही,
मानव तू इसे अपना ले,
कर्म फल की मत कर चिन्ता,
हृदय में योग की ज्योति जला ले।।
सुधा सक्सेना (पाक रूह)
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।।।।।अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस।।।
महिमा अनंत योग की, महिमामयि है ध्यान।
शान्त चित्त बैठे नित्त, बढ़े बुद्धि बल ज्ञान।।
🌻🌻
साँसों का यह संचरण, कहे योग सब नाम।
यम नियम धारणा ध्यान,अविरल प्राणायाम।।
🌻🌻
नियमित संयमित जो रह, धर योग चित्त ध्यान।
सुख काया माया मिले, जिय जीवन कल्यान ।।-
Let us do Pranayama ! चलो, थोडा प्राणायाम करते हैं !
थोडा ध्यान करते हैं !!-
:::: खूबसूरत प्राणायाम ::::
अपने भविष्य को
पूरी शक्ति से अपने भीतर खींचे...
अपने वर्तमान को
अपनी क्षमता अनुसार रोक कर रखें...
अपने भूतकाल को
पूरी ताकत से बाहर निकाल दें...
यही है सर्वश्रेष्ठ जीवन योग...
😊💐👍🏻-
स्वस्थ रहने का एक रामबाण उपाय
प्राणायाम दिन में दो बार किया जाए।-
स्वस्थ रहने केलिए जरूरी,प्राणायाम और योगकरें निरोगी तन में रोगों का, कभी नहीं संयोग करें
खुद भी हमेशा रहें निरोगी,औरों का दुख दूर करें
एकदूजे का इसी तरह से,परस्पर सहयोग करें
अनावश्यक ही छेड़छाड़,बस प्रकृति से तो नहींकरें
पूर्णायु जीवन जीकर के ,मन अभीष्ट कर्मयोग करें
जीवन जब जीना हीहै तो हंसे,खिलें और मस्त रहें
जीवन मिलता बड़े सुफल से ,सच्चाई प्रयोग करें
सादाजीवन उच्चविचार से,खुदको रखें सदाभरपूर प्रकृतिप्रदत्त जोभी साधन हैं,हरदम ही उपयोगकरें
स्वस्थ रहने के लिए जरूरी .......योग करें-
योग करें निरोग रहें,
आसन प्राणायाम करें।
मन में सुख शांति रहें,
जीवन में नित आयाम करें।-
समय रहते संभल जाओ
नियमों को अमल में लाओ
अनुकूल समय में न इतराओ
प्रतिकूल समय में न घबराओ
बस में ज्यादा भीड़ न बढ़ाओ
भेड़ नहीं, खुद को इंसान बनाओ
योग-प्राणायाम-ध्यान से अपना धैर्य बढ़ाओ
धैर्य के फल का खुद को स्वाद चखाओ-
तुम रखो ख़ुद का भी ख़्याल....
पहुंँच गए तुम अगर शिखर पर, कर ख़ुद को नजरंदाज,
बिना किए निज-स्वास्थ्य की चिंता, दिन-रात ही करके काज;
नहीं रहो तुम कभी भी भ्रम में, तुम करोगे हर दम राज,
साथ स्वास्थ्य ने छोड़ा ग़र तो, कोई और न आवे काज!
इसीलिए है बहुत जरूरी, तुम रखो खुद का भी ख्याल,
प्रात-काल में खुद के ऊपर, नित घंटा एक निकाल;
योगासन तुम करो बराबर, प्राणायाम करो हर हाल,
नींद हमेशा लो तुम सम्यक, और रखो ख़ुद को संभाल!-