तू है मीठी बोली और मैं हूँ कड़वी बात प्रिये
मैं हूँ अगर आठों पहर तो तू है दिन-रात प्रिये
तुझ बिन सब सूना-सूना लगता है मुझको अब
अगर कुछ ना बोलूं तो अच्छे नहीं हालात प्रिये
जब भी कहीं देखा तुझे अपने करीब पाया मैंने
दिल है मेरा अकेला कर ले कहीं मुलाक़ात प्रिये
तेरी मुस्कान को देखकर ज़िन्दा हूँ तो क्या हुआ
तुझ ही में मिली मुझे सबसे अच्छी सौगात प्रिये
कभी पत्थर दिल पाओ मुझे तो रुस्वा ना होना
माँफ़ कर देना मुझे जो समझे नहीं जज़्बात प्रिये
तुझे देख ही दिन हो मेरा और तुझे देख ही रात
तू है मेरे नैनों की भाषा और मैं हूँ तेरा गीत प्रिये
दिल तोड़कर जाना फ़ितरत नहीं "आरिफ़" की
इश़्क दिल में होता है इसकी नहीं मालूमात प्रिय
ज़िन्दगी बस "कोरा काग़ज़" रह जायेगी तुम बिन
तुझको लिखना किसी कलम की नहीं औक़ात प्रिये-
मेरे कजरारे नैनों से न
पूछो आलम इंतज़ार में
काले काले नैनो से न
पूछो आलम इंतज़ार में
अनजाने में ही मेरे नैनों ने
वादे किए कई सारे
अब अधूरी दास्तान में
आधे अधूरे रह गए कई सारे
राते होती थी हसीन
जो इस दिल का समंदर था
अब इन रातों की चाहत
अंधेरे कमरों में बंद था
आँखें पढ़ो अब मेरी और
जानों हमारी रज़ा क्या है
अगर हर बात लफ़्जों में हो
तो इसमें मज़ा क्या है
सुलगती है अब यह तनहाइयां मेरी
उनके इश्क के इंतज़ार में
मेरे कजरारे नैनों से न पूछो
आलम इंतज़ार में...-
जूल्म भी ढाते है सनम
अलग - अलग तरीकों से ,
लचीली कमर मोरनी सी
गर्दन नैन नक्श तीखे से।-
सितम ढाने के भी सनम के अलग अलग तरीके हैं
पतली कमर, मखमली गर्दन कभी नैन नख्श तीखे हैं।-
मुझसे शिकायत मेरे नैन करते हैं
तेरे ख्वाब इन्हें बेचैन करते हैं-
सादगी भरी तेरी सूरत, मुझको बेचैन करता है।
जुबाँ से बोल न पाते पर, बात ये नैन करता है।।
तन्हाइयों में ये दिल, छुप छुप के आँहें भरता है।।
मंजिल हो तुम मेरे दिल की, हाँ ये दिल कहता है।।
तेरे दीदार के खातिर आँखे,हर पल कैसे तड़पता है?
तस्वीर तेरी पाकर के, खुद ही खुद से सम्हलता है।।
रब से दुआओं में मांगूँ तुझे, दिल तुझपे ही मरता है।
तेरी इन यादों के दरमियाँ, ये पागल दिल बहलता है।।-
खुली आँखों से इन्तेज़ार तेरा,
बंद चशम में तेरे ख्वाबों का पेहरा ।-
अक़्सर चैन से सोता हूँ
जब भी बेचैन होता हूँ
अपने ही अश्कों से मैं
अपने ही नैन धोता हूँ
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खुलने और बन्द होने के अज़ीब कश्मकश में पड़े हैं ये नैन...
जो खुले रहे तो, तेरा इंतज़ार दिख जाएगा ...
और
जो बन्द हुए तो, आँसू बन प्यार दिखा जाएगा......-
नैनों से अब बारिश होती है मेरी,
पलकों के कोनों से नींद रोती है मेरी।-