उसने पूछा - आस्तीन का साँप🐍
मैंने कहा- करीबी मित्र😣
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वो मेरे दिल से उतर गए हैं कुछ ऐसे...
सांप-सीढ़ी में 99 पर सांप ने काटा हो जैसे...-
कल दिल निचोड़ा था महफ़िल में सुन बेवफ़ा
हैरान हूँ नागिन को भी ज़हरीली न कह पाया-
इच्छाधारी नागिन सी हो गईहै ज़िन्दगी
लगातार इच्छाओं की आपूर्ति कर रही
और कोई सँपेरा है छुपा यहीं पर कहीं
वो जोर-जोर से बीन बजा रहा है वही-
बस इतना कहा था नागिन सी लगती हो तुम
होठों पर होंठ रखे और ख़ामोश कर दिया।-
तुम्हारे शौक होंगे कुत्ते बिल्ली के
मेरी वाली नागिन पाले बैठी है-
लिखनेवाले सुन लो गुरु तुम
लाईक कमेंट के फेर में जिस दिन फंसे
पानी माँगना तो बहुत दूर है
फेकोगे मुँह से झाग जैसे बैरी नागिन डसे।
✍🏻--" विशाल नारायण "
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कातिलों का शहर है ये,
कातिल ही कातिल हैं सब यहां,
हर इक शख्स बेवफ़ा है,
कोई नहीं प्यार के काबिल अब यहां..
हो सके तो थोड़ा किनारा ही रखना, जनाब!
क्या पता, कोई नागिन ड्स ले कब कहां..!-