ज़रा रुकिए जनाब..!
थोड़ा गुस्से से छोड़ जाइएगा हमको..
कुछ तो रहम कीजिए
यूं जज्बातों से ना रुलाइएगा हमको..-
पढ़ने के बाद Rack में लगा दीजिएगा🤷♂️😅
यादों को भी उनकी तरह
दूर चले जाना चाहिए था...
अगर उनको अकेलेपन की जरूरत थी
तो हमको भी अकेला छोड़ जाना चाहिए था-
तुम ख्यालों में चले आते हो अक्सर,
इज़हार ए मोहब्बत करने से पहले..
हम आंखों से जाम पी लेते हैं..
और तुम चले जाते हो, नशा उतरने से पहले-
वो प्यार का एहसास, जरूर ग़ज़ब कोई ढाएगा..
वो गुलाब का फूल..
तुझपे प्यार ही प्यार लुटाएगा..-
ਕੁੱਝ ਹੀ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਦਿਲ ਦੇ ਰੋਗ ਲੱਗੇ ਸੀ
ਕੁੱਝ ਹੀ ਲੋਕ ਪਾਗਲਪਨ ਦਾ ਸ਼ਿਕਾਰ ਹੋਏ ਸੀ
ਓਹ ਜ਼ਮਾਨਾ ਕੁੱਝ ਇਹੋ ਜਿਹਾ ਸੀ
ਕੁੱਝ ਹੀ ਲੋਕ, ਸੱਚੇ ਪਿਆਰ ਵਿਚ ਰੋਏ ਸੀ-
मुझे भी रूठने का,
तुम हुनर सिखा कर जाना
पलट के पीछे मुड़ना,
या फिर हाथ छुड़ा कर जाना
इश्क में दगा देने का
कोई राज़ बता कर जाना,
कल तक नहीं रुकना,
तुम "सब आज बता कर जाना"-
ज़िंदगी के कुछ लम्हों में,
तुम्हारा साथ जो मिला है
उन लम्हों के लिए रब से
शुक्रिया अदा करते हैं
इत्मीनान से मिले जो
कुछ पल हमें मोहब्बत के,
उन पलों के लिए हम
नमाज़ अदा करते हैं..-
हाल ए दिल आजकल, ठीक नहीं लगता
कोई दवा दारू किया जाए..
या तो तबियत को आराम मिले..
या फिर हमको ज़हर दिया जाए-
साबुन, पाउडर, क्रीम लगा कर
हम चेहरा कहां सजाते हैं
🙆😊😍😁🤪
उनके ख्याल आते हैं..
हम खुद ही संवर जाते है..!-
उन नजरों का रूठ जाना याद रहेगा..
ओझल होता, वो शख्स, रोज़ाना याद रहेगा
दिल में घर कर जाएंगी, धुंधली सी यादें उनकी
उनका कभी ना लौट कर, आना याद रहेगा-