हम हैं बड़े सीधे सादे बन्दे तुम हो बड़ी बवाल प्रिये
आज हैं 7फरवरी तो मेरी तरफ से रख लो एक गुलाब प्रिये
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स्वारथ मीत की हीत की रीति है
बाउर के नीक तू बनावे लू माई।
अबेर- सबेर अनेर किये न
हमरो हिय मा हरसावे लू आई।
आखर- आखर रूप रचावे लू
अन्हरो के अजोर देखावे लू धाई।
नाहिं सुझात सुरूप कुरूप के
बनि नेत्र- जोति चमकावे लू माई। ।
सूरज डूबत जात तेज गति
तोहके कब टेर हमार सुनाई।
हाफत- डाँकत,जूझत- झेलत
सगरो कइसे हम काव जनाई।
जाँगर थाकत जात हमार बा
बिसारहु मोहिं नहिं होहु सहाई।
मूढ मती हूँ अघी- कुमती हम
सदज्ञान की जोति जलावे लू माई।-
मेरे हर लिखे हुए एहसास से.. मुझे पढने की कोशिश मत करना!
मैं जिस गहराई में हूँ, उसमे उतरने की कोशिश मत करना!
मेरे शब्दों में, मेरी कहानी ढूँढने की कोशिश मत करना!
मेरे लेख में, किसी शक्स को खोजने की कोशिश मत करना! मुझसे पूछ लेना.. पर मेरे अल्फ़ाजों को परखने की कोशिश मत करना! और हां मेरे लेख को ही सिर्फ़..
मेरा जीवन समझने की कोशिश मत करना!..-
सोचिए भी मत कि अब हम बेसहारे हो गये हैं,
दर्द आंसू सिसकियां भी सब किनारे हो गये हैं,,
जब से हमने खुद को कर डाला भरोसे राम के
जो हमारे थे नहीं वो भी हमारे हो गये हैं,,-
प्रेम देकर प्रेम पाना चाहता हूं
मैं तुम्हें सबसे बचाना चाहता हूं,,
मेरे नज़रों की नज़र भी लग न जाए
मैं तुम्हें बस दिल में छिपाना चाहता हूं,,-
जो वादा एक दिन उनसे किया था वो निभायेंगे,
हम अपने दुश्मनों को भी सबक ऐसे सिखाएंगे,,
भले दिन रात हम को एक करने क्यों न पड़ जाएं
ये ज़िद है खुद से खुद कि अब सफल हो कर दिखाएंगे..-
तुम्हीं से ज़िन्दगी है और मिलन की प्यास बाक़ी है,
जो तोड़े से भी न टूटे वही इक आस बाक़ी है,,
तुम्हारे बिन नहीं लगता है दिल मेरा करूँ भी क्या,
चले आओ कि मुझमें अब ज़रा सी साँस बाक़ी है,,
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निन्दा तो उसी की होती हैं जो जिन्दा हैं।
तारीफ़ तो सिर्फ़ मरने के बाद ही होती हैं।।-
यूँ गमों को किसी से जताया न कर,
राज दिल का सभी को बताया न कर,
रेह लेकर खड़े हैं सभी हाथ में,
जख्म यूँ ही सभी को दिखाया न कर।।-
हर खुशी छीन लाऊं तुम्हारे लिए।
बेवजह मुस्कुराऊँ तुम्हारे लिए।।
प्रेम में,जीतना जीत होती नही।
हारकर जीत जाऊं तुम्हारे लिए।।-