रो भेद न जाणियों जी
हूणों सगळा एक जाट हो धौळीयों जी
लीलण असवारी र पेमल वांकी गंवरजा जी
नागां रै सागे पुजीजे जे नाम हैं वांको तेजाजी
🚩 अनुशीर्षक 🚩-
ऊंच नीच ना मानी तेजाजी , ऊंच नीच ना मानी रामा पीर ।
माणस देह एक सरीसी , ऊंच नीच तू क्यु माने म्हारा बीर ।।-
भादों मास की दशमी नै तेजाजी
को पूजन कर्यो जाय है, इनानै
नागदेवता सै आशिर्वाद मिल्योड़ो
है, भक्तां नै सर्पदंश से बचावै हैं,
गुजरात, मध्यप्रदेश अरु राजस्थान
मैं इनकी पूजा करी जावै है, वीर
तेजाजी राजस्थानी लोकदेवता हैं,
तेजाजी खरनाल्यां रुणिचा रामादे
पीर कै नाम स्युं जाण्यां जावै है..
💐जै हो तेजाजी महाराज🙏-
या केसी ऊँचाई जो आदमी न आदमी न समझें
नीचता, बेसक हो । पेसो की या शोहरत की।
तहजीब सीखा देवे से , वा गरीबी दुपटटा फटा होव से फिर भी सिर प सजा होव स।-
तेजाजी
तेजल म्हारा साँवरा, खरनाळया रा जाट।
महर राख'जै देवता , कर'जै म्हारा ठाठ ।।
लोक देवता बण कर कै,करयो काम अनाम ।
खरनाळया जाट नै, लुळ लुळ करु प्रणाम ।।
रामदेवजी
अजमल घरां अवतरयो, छूआ छूत मिटाण ।
पूज्यो जावै जगत में, पूरण करै इछान ।।-
गर्मी तो उन्हें लगती है,
जिन के करमों में दाग है।
हम तो "वीर तेजाजी" के भक्त हैं,
हमारे तो जज्बातों में भी आग है।।
🐍तेजा दशमी की शुभकामनाएं🐍-
रंगमहल ठहरो जी साजण, पेमल था सु अरज करे।
लाछा आवे रात अंधारी, रोय रोय न गरज करे।।
गायां म्हारी लेग्या, मीणा जाती मेर का।
तेजा भारा चढ़ गया, गायां थारी लावला।।
अग्नि जळतो नाग ने, भाले सु बारे काढ़ दे।
जूणी म्हारी पूरी होती, थाने डसु नाग कैवे।।
वचन देवे म्हे आउंलो, बाछड़े री तेजो बात कैवे।
सुरों वचना बांध्यो आयो, नाग जिबड़लियाँ डस लेवै।।-
ऊँच नीच छोटा बड़ा रो भेद रोकणो बहोत सही
बात है।तेजाजी महाराज खुद यो काम अपणे
हाथ्या से कर्योहै..ऊँच नीच रो भेद मिटा कर
मंदिर मे आणो शुरू करवायो.और भेदभाव
दूर कर्या है कल तेजाजी रा जन्मदिन रीआप सभी
नै घणी घणी बधाइयां ......-