कलम और इंतजार
इंतजार रहस्य की खोज मे,
कलम से प्यार करे मतवाला।
शब्दों का मन बीज अंकुरित,
कठिन लफ़्जो मे कह डाला ।।
हृदय लहर का वेग प्रचण्ड,
धरा पे फुट पडा हरियाला।
अतीत भूल किया असीम अनंत,
फिर जाग उठा उजियाला।।
जीवन सत्य का ज्ञान हुआ,
मिलन के गाये गीत ग्वाला।
भाग्य भरोसे रोये किस्मत,
सृष्टि का खेल बड़ा निराला।।
कवि : नीरज तंवर
Mob no : 8901151535
राजकीय महाविद्यालय सांपला (हरियाणा)
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