एक कहकशाँ हु मैं खुद में
कितने सितारे टुटे है मुझमें
जिसे तुम चाँद बता रहे हो
किसी की निशानी है मुझमें-
धुंधावल छोरी 😎😎😎😎
🎂7,21
Fashion designer 👜👗
Rajasthani (udaipur)🥰
Open for... read more
ऐसे शब गुजरे हमारे जैसे घड़ी भर का ही साथ था हमारा
साल दर साल ऐसे गुजरे जैसे कल आया ही नहीं था हमारा-
थोड़ा सीखा ओर फिर जज्बा ही नहीं रहा
जिंदगी तुझमे तो मेरा कोई किस्सा नहीं रहा
कितना ज़िया था अब तक मैंने जिंदगी को
ओर उस पर तो अब मुझे भरोसा नहीं रहा
रहनें दिया होता जो भी रखा जा सकता है
अंधेरे कोनों का महज़ घर मे काम नहीं रहा
रिश्ता बहुत से लोगों से रखना था उसे
हमारा रिश्ता इसी चक्कर से नहीं रहा
लोगों ने क्या क्या कहानियाँ बना ली पीछे
करिश्मा इसी लिए तो वो किस्सा नहीं रहा-
इतना मासूम है कि सब हो हैरत हो
खामखां तो नहीं यु सब को हैरत हो
मैंने पूछा हर किसी से बस तेरे बारे
तु न पुछ मेरे बारे, सब को हैरत हो
हैरत में रखा ख्यालो ने तेरे इतना
अगर हकीक़त हो गयी तो हैरत हो
पहाडों को गुमा रहा आसमां का
संदर खुला जब सब को हैरत हो
कहानियों ने उलझा रखा शख्स
करिश्मा तुम्हे ओर ख्वाब हैरत हो-
ताकतें ताकतें ही हमारे किसी का सफर गुजर गया
मंजिल से हमारी जाने कितनों का सफर गुजर गया
काम नहीं था सो ठेहरे नहीं कोई दर पर हमारे
हर आने जाने वाला अनजान अपना गुजर गया
ताकता रहा आसमां हर नजारा खास ओ आम
ताकतें ताकतें ही वो कितने शहरों से गुजर गया
अपने यु गये छोड़ कर के ख़बर ही ना हो सकी
वक्त देखा मिलने का तब तक शख्स गुजर गया
उम्मीदें यु दी लोगों ने जैसे पुरी होंगी सब वक्त पे
करिश्मा यु हुआ की उम्मीदों पर वक्त गुजर गया-
भूल जाते हो तुम की वक्त याद दिला देता है
जो हासिल हुआ हैं मुश्किल से छुडा देता है-
कुछ रमक़ रह गईं थी सो पुरा कर रहे हैं
नसीब की किमत इंसान से कुछ ज्यादा है
रमक़ - रही सही जिंदगी
-
हम तो खुद के आर पार ही नहीं गये
क्या ही तुमने मुझे गहराई से समझा
-
सोच हमेशा लोगों से नहीं मिलतीं
वो चाहते तो हैं मिलना नहीं मिलतीं
कितने मिले हैं हम ओरो से यहाँ
मगर हकीक़त ख्वाब से नहीं मिलतीं-