I am writing this out with immense pain that who own this account(my mom),who loved to come and write here , who thinks yq as her 2nd family and happily shares stories and quotes with us has recently bid us goodbye. Please pray for her serene and peaceful soul.
कच्चे रंग...।। कहने में आता है कच्चे रंग नहीं होने चाहिए जल्दी छूट जाते हैं ......मगर आलता , सिंदूर, लिपस्टिक ..आदि कई एसे रंग हैं जो मजबूती के साथ पक्की पकड़ बनाए रखते हैं प्रेम का रंग किसी ने नजरों से नहीं देखा ..पक्का है या कच्चा.. मगर एक बार प्रेम रंग चढ़ जाय तो और सभी रंग कच्चे रह जाते हैं
हौलै-हौले, दबे पाँव, ख्वाब की परछाईं बन, पीछे चाँद छिपा आता, रोशनी की किरण लेकर, रात का अंथियारा मिटा, चाँद चमकता रात भर, सूर्य को प्रणाम कर चंदा, चला जाता फिर अपने ठौर, संग रात भी चली जाती ठौर..।
दुख और मुसीबत में घबराते हम, चारों ओर निहारते, आस में हम, कोइ तो आये साथ, उबारे हमें, कोइ तो हो एसा जो समझे हमें, उस वक्त जो कहे, "मै हूँ साथ में", उस वक जो कहे, आओ साथ में", वही सच्ची इबादत होगी, उस पल, वही सच्ची सहायता होगी,उस पल..।
फोन की घंटी भी नहीं सुनी, बार-बार किया फोन तुम नहीं थे, बात मन की मन में रही थी, जबान चुप आंखे बोलती थीं, सब्र का बांध टूट रहा था, खयाल तुम्हारा ही था, हमें अब हौश कहां था, परिवार दरवाजा पीट रहा था..।
मत कर मानव मेरा-मेरा, सब यहीं रह जायेगा तेरा, सब कुछ नष्ट हो जायेगा, सिर्फ प्यार बचा रह जायेगा, देह संसार ना बचेगा कुछ भी, प्यार बचा रह जायेगा फिर भी..।