एक पल में वो आया और बर्बाद कर गया,
मौसम फिर से किसान को मुर्दाबाद कर गया।-
A writer of Rajasthani,
Now writ... read more
तुम्हारे इस व्यस्त जीवन में मैं इतवार सा होना चाहता हूं,
तुम्हारे लिए मैं इस दिन तुमसे ज्यादा व्यस्त होना चाहता हूं।-
आंख्या री थारे गोफण सूं,
म्हारै हिवड़ै रा तितर उड़ग्या।
देख देख न्हें थने बावळी,
बरस इक्कीस बीत गिया।।
न तू बोले प्रीत म्हारी,
न म्हे बोलूं तू प्रितड़ी,
थारी गळीयां में रैवण लाग्यो,
घर का न्हें म्हे छोड़ दिया।-
पता है तुम हमें पसन्द करते हो,
बता भी दो तुम हमसे इश्क़ करते हो,
व्हाट्सएप की डीपी देखना तो पुरानी बात है,
नई बात यह है कि हर बहाने से हमें देखते हो।
पता है तुम हम पसन्द करते हो।।-
क्या है जिंदगी
जिंदगी!
जॉब की सैलेरी है,
जो पूरी हो जाती है,
सैलेरी आने से पहले।
जिंदगी!
ट्रैफिक सिग्नल है,
जहाँ खड़ा होता है हरेक,
बस कुछ पल के लिए।
जिंदगी!
गाड़ी का इंजन है,
जितना दौड़ेगा,
उतना जलाएगा अपना ही ऑयल।
जिंदगी!
मौत के आने से पहले,
एक जीवन है,
बस एक पल में खत्म होने वाला है।-
आईना कह रहा है मेरा सच,
पर मुझे तुम्हारे झूठ में खोना है,
तेरी यादों के तकिए गले लगाकर सोना है,
समंदर सा चुप रहकर, झरने के शोर से बस मुझे तेरा होना है।-
तुम्हारे सजने सँवरने में रात दिन हो जाऊं,
तू कह तो तेरी जूड़े वाली पिन हो जाऊं।-
गुजरे हुए वर्षो में फिर से,
कोई है जो मोहब्बत करेगा हमसे।
दरिया ए इश्क़ तैर कर ना जाना यहाँ,
कोई है जो खुद डूबेगा, डुबायेगा इश्क़ हमसे।-
आंख्या अर सखियां,
दोन्यूं ई बतावै,
म्हारौ हिवड़ो,
थारे माथै हक़ जतावे,
म्हारी आंख्या रो काजळ,
अर थारी मुछ्यां रो ताव,
दोन्यूं मिलणो चावे,
थारे माथै हक़ जतावे।-
हाल इस्यो है कै बटवा म्हे म्हारै पिस्यां भळै है कोनी,
पण थारी यादां री सँजोयोड़ी फोटुड़ी घणी मिळे।-