जब तेरी याद ही आती है,,,
तब हम दोनों एक कहाँ है।।।
तुम तो मुझसे अलग एक जिश्म हो,
खुद को खुद की याद कहाँ आती है।।।।-
Tere Jism Ki Tarif , Toh Hajaro Krenge ;
Tarif Ruh Ki Sunani Ho , Toh Hume Bula Lena .
तेरे जिश्म की तारीफ , तो हजारों करेंगे ;
तारीफ रूह की सुननी हो , तो हमें बुला लेना ।-
कोई चुम्बन कोई आलिंगन,
कोई जवानी मांगे।
प्यार तड़पा है पीने को पानी मांगे।
अब रूह से मोहब्बत कहां होती है,
यहां हर कोई कमबख्त जिस्म की
कहानी मांगे।।-
सिर्फ जिस्म ही नहीं,
रूह छू सको तो इश्क करना,,
कपड़े उतारना वफा का सबूत नहीं
उसका दुपट्टा संभाल सको तो इश्क करना
वो मेरी है वो मेरी है का शोर नहीं🥰
मैं उसका हूं यै कह सको तो इश्क करना-
रूहानी इश्क़ भी गजब है,
जब जिश्म नही होगा तो,
ख़ुद को साबित करने के लिए जिश्म ढूढ़ेगा।-
तवायफ से पूछी वजह जिस्मफ़रोशी की
बोली मोहब्बत पर यकीन कर के घर से भागी थी ।।-
आत्म और जिश्म का
भेद ना जान पाया कोई,
दोनों का एक दूजे के बिना
दूजा ना सहारा कोई,
जिश्म बिन आत्मा अधूरी है
तो आत्मा का अस्तित्व बिना जिश्म ना जान पाया कोई,
जिश्म मरता है लेकिन आत्मा अमर है
संसार का बस यही एक सार है।-