महक जाऊं तेरी जिंदगी के हर खुशनुमा लम्हे में,
काश, मैं तेरे हाथों में मेहंदी सा रचा-बसा होता!
धड़क जाता मेरा दिल तेरे आने की आहट से ही,
काश, मैं तेरे पैरों में पायल की सी झंकार होता!
खनकता रहता मैं तेरे दिल मे हर पल हर लम्हा,
काश, बन के चूड़ियाँ मैं, तेरी कलाई में होता!
चमकता मैं चाँद की तरह अमावस की रात में भी,
काश, बन के काजल तेरी आँखों मे समाया होता!
खुशबू की तरह बिखर जाऊं तेरी हर मुस्कुराहट में,
काश, बन के गजरा मैं, तेरे बालों में इतराया होता!
बन के सूरज दमकता मैं ओज सा तेरे तन-मन मे,
काश, मैं तेरे माथे की सुर्ख दमकती बिंदी होता!
बना लूँ तुमको जन्म जन्मांतर का जीवनसाथी,
काश, मैं तेरी मांग का अमर सुहाग सिंदूर होता!
__राज सोनी-
10 APR 2020 AT 8:00
12 FEB 2021 AT 16:13
ये झुकी निगाहें मुहब्बत का राज खोल रही हैं,
लब हैं ख़ामोश, चूड़ियाँ तेरा नाम बोल रही हैं।
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17 JUL 2021 AT 11:09
भाल पर सिंदूरी दमक
कलाइयों पर चूड़ियाँ खनक
पाँव पर पाज़ेब लिपट
ये लो संवर गयी मैं
स्वाभिमान की चुनरी ओढ़ी
अब तो और निखर गयी मैं-
8 JUN 2020 AT 8:58
"चूड़ियाँ"❤️ तो होंगी यूँ तो तुम्हारे पास बहुत सारी..
लेकिन मेरे पहनाये "कंगन"❤️ की बात ही कुछ और होगी..!!-
16 JAN 2021 AT 23:05
बिंदिया तो आज भी लगाती हूँ
पर तेरी आँखों में देख कर लगाती थी
तो कुछ और बात थी
चूड़ियाँ तो आज भी पहनती हूँ
खनक जब तुम सुनते थे
तो कुछ और बात थी
बालों को संवारती तो आज भी हूँ
तुम अपनी उंगलियों से उलझाते थे
तो कुछ और बात थी
है श्रृंगार के साधन सब पास मेरे
पर इन में अब वो भाव कहाँ-
28 MAY 2018 AT 18:44
चूड़ियों को निहारते हुए हाथों को दबा देते हैं वो,
इश्क़ जब नादानियां करे तो बड़ी खूबसूरत लगती है।-