अपनी यादों को ज़रा समझाया करो..
इस तरह मेरे ख़्वाबों में मत आया करो..
ठण्डा पड़ जाता है सारा शरीर मेरा,
मेरे हाथों से अपने हाथ मत छुआया करो..
मेरे बदन को हो जाता है रश्क़ इनसे,
यूँ बालों में अपनी उँगलियाँ ना फिराया करो..
तुम्हारे चेहरे पर ये ज़ुल्फ़ जैसे फ़ूलों पर शबनम,
तुम अपने चेहरे से ये ज़ुल्फ़ें ना हटाया करो..
तुम मुकर जाती हो क्यूँ मुझे सामने देखकर,
अरे कभी तो मुझे देखकर मुस्कुराया करो..
कोई जब पूछे तुमसे, तुम्हारा "दिल"❤️ है कहाँ.?
मेरा नाम बताया करो, मेरी फ़ोटो दिखाया करो..!
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