कहीं फकीर कहीं बादशाह रहा हूँ मैं..
इससे पहले भी पागल सा रहा हूँ मैं..
कहीं आपको बाद में मुझसे "मोहब्बत"❤️ ना हो जाये,
मैं बेवफा हूँ सो पहले बता रहा हूं मैं..!-
सारी दुनिया घूम के फिर तेरे दर पे आ जाऊँगा..
कहीं से रस्ता भूलूँ मैं तेरे घर पे आ जाऊँगा..
मेरी भी फितरत नशे सी है ये मैं समझाऊँगा तुमको,
पहले मैं "दिल"❤️ में उतरूँगा और फिर सर पे छा जाऊँगा..!!-
भले गुज़ार दो "तुम"❤️ पूरा दिन काम-काज में,
लेकिन मेरे वास्ते तुम थोड़ी सी रात बचाये रखना..
भले ही बेमन से करना तुम, बेतुकी सी बातें मुझसे,
बेमतलब सी सही मेरे वास्ते थोड़ी सी बात बचाये रखना..!-
कभी-कभी मैं सोचता हूँ कि हमेशा मेरे साथ ही ऐसा क्यों है होता..
महीने में बस 2 दिन वो बात करती है, पता नहीं "प्यार" कर रही❤️ है या समझौता..!-
मोहब्बत के आलम में ऐसा होता है, हम नींद और चैन खो जाते हैं..
"उनको"❤️ जो अगर ना देखें हम, तो बड़े बेचैन हो जाते हैं..!-
"तुम"❤️ जैसे सर्द रात में गर्माहट का कंबल हो..
तुम जैसे भारी मन में, मम्मी के आँचल का संबल हो..
तुम जैसे गर्मी की दुपहर में पेड़ की ठंडी छाया हो..
तुम जैसे किसी रोते बच्चे ने कोई खिलौना पाया हो..
तुम जैसे बारिश के बूँदों के जैसी शीतलता हो..
तुम जैसे घने तमस में एक दिया कहीं जलता हो..
तुम जैसे वसंत में पेड़ों पर आई हरियाली हो..
तुम जैसे जाम, शहद और शर्बत से भरी प्याली हो..!-
सारे जमाने को हासिल हो तुम,
बस मेरे ही हिस्से इंतज़ार आता है..
कट जाती है रात इंतज़ार में ही,
क्या तुमको कभी नहीं मुझपर "प्यार"❤️ आता है..?-
इस क़दर तेरी चाहतों का एहसास लिए बैठे हैं..
मालूम है तू मेरी नहीं फिर भी तेरी आस लिए बैठे हैं..
तेरी "मोहब्बत"❤️ पर तो मेरा हक़ नहीं रहा कभी,
तभी हम तेरे ख़्वाबों का हक़ अपने पास लिए बैठे हैं..!-
अपनी यादों को ज़रा समझाया करो..
इस तरह मेरे ख़्वाबों में मत आया करो..
ठण्डा पड़ जाता है सारा शरीर मेरा,
मेरे हाथों से अपने हाथ मत छुआया करो..
मेरे बदन को हो जाता है रश्क़ इनसे,
यूँ बालों में अपनी उँगलियाँ ना फिराया करो..
तुम्हारे चेहरे पर ये ज़ुल्फ़ जैसे फ़ूलों पर शबनम,
तुम अपने चेहरे से ये ज़ुल्फ़ें ना हटाया करो..
तुम मुकर जाती हो क्यूँ मुझे सामने देखकर,
अरे कभी तो मुझे देखकर मुस्कुराया करो..
कोई जब पूछे तुमसे, तुम्हारा "दिल"❤️ है कहाँ.?
मेरा नाम बताया करो, मेरी फ़ोटो दिखाया करो..!-
सुनो तुमसे एक सवाल है मेरा..
क्या? मेरे जैसा ही हाल है तेरा..
कितना आती हो तुम मेरे "ख्यालों"❤️ में...
क्या तुम्हें? जरा भी ख्याल हैं मेरा..!!-