तुम इतना क्यों भागते हो?
ऐसे तुम्हें, क्या हासिल होगा?
जिंदगी गाड़ी है, जितना ज़्यादा भागोगे,
ईंधन उतना ही जल्दी खत्म होगा।-
जहाँ से चले थे वहीं आ गए, बेगानों के बीच हम अपनों को पा गए।
किसी को बताया मत करो ख़ुशखबरी, घर बसा नहीं लुटेरे आ गए।
कल महफ़िल में बैठे थे उनको देखकर यकायक रुआँसा हो गए थे।
कैसे-कैसे कर के ख़ुद को संभाला और हम अपने आँसू छिपा गए।
बड़ी बुरी आदत है हमारी देखो ना मेरे दोस्तों, बर्दाश्त नहीं होती हैं।
ज़रा सी ख़ुशी मिली नहीं कि अपने से जलनेवालों को को बता गए।
एक नहीं कई बार हज़ार बार तौबा किया है इस इश्क़ की बीमारी से।
पर एक बार क्या देखा उसको एक बार फिर से हम दिल लगा गए।
उफ्फ, उनकी साफ़गोई का क्या ही कहना तुम ही देखो ओ मेरे यारों।
हम तो बस उनके आशिक़ बने और कमबख़्त "बे मौत ही मर गए"।-
जिंदगी की ट्रेन ऐसे जंक्शन पर आ पहुंची है जहां समझ नहीं आ रहा है इंजन बदलना है या लाईन बदलना है या यार्ड में मे जा कर खड़े हो जाना है और सिग्नल देने वाले पर भरोसा भी नहीं है।
-
वो रोज़ गुज़रता था इस रास्ते से और कुछ पल रुकता था मेरे पास
बैठता था मेरी घनी छांव में और करता मन की बात
मैं भी रहता था उसके इंतज़ार में और आज भी हूँ
लेकिन आज वो गुज़रता तो है पर रुकता नहीं
क्यूँकि....अब उसने
गाड़ी ख़रीद ली है-
कब तक ना जाने कहाँ तक
लुढ़केगी अपनी इश्क की गाड़ी।
तुम्हारे पास मुहब्बत की बातें,
मेरे जेहन में दुनियादारी के मसले।-
वो भी जिद्दी ना बात करने को,
हम भी जिद्दी उन्हें अपनी याद दिलाने को
एक तरफ़ा ही रहा उनसे याराना ता-उम्र-
मेरी गाड़ी की आवाज़ सुन यूं बालकनी पे आजना,
मुझे जाते हुए छुप छुप के यूं खिड़की पे आजाना,
सामने आजाऊ तो स्तब्ध होके खड़े हो जाना,
गर ना दिखु एक दिन तो जोर जोर से SAD सोंग बजाना,
यह प्यार नहीं है तो क्या है जरा हमें बताना।-
जिंदगी की गाड़ी हो या सड़क पर दौड़ती हुई एक काबिल ड्राइवर सिर्फ वो बन सकता है जो खुद की जिम्मेदारी के साथ - साथ दूसरों की जिंदगियों की कीमत समझता हो।
-
बहाने मेरे सोए हैं उठे नहीं निकम्में !
सुबह वाली गाड़ी से उस शख़्स को मिलने जाना था !!-