शायद टूटे ख्वाबों को हकीकत से जोड़ा जा सकता है कुछ नियम तोड़ने के लिए है, उन्हें मोड़ा जा सकता है सिर्फ पाठशाला की पढ़ाई जिंदगी में काम कैसे आएगी किताब के कम ज़रूरी पन्नों को छोड़ा जा सकता है
किसी कोने में मेरे नाम का दिया अब भी जलता होगा धूप तुझे मेरा छांव के पास जाना कुछ तो खल्ता होगा कमबख्त, तुम्हारे दिल की दिवार कुछ कच्ची निकली कोई नहीं, कोई तो होगा, जिसे वो भी चलता होगा