जैसे तन्हाई में हुजूम ढूंढ रहा हूंगहरे पानी में जुनून ढूंढ रहा हूंसुना था किस्मत कभी तो बदलेगीबड़ी सब्र से मैं सुकून ढूंढ रहा हूं -
जैसे तन्हाई में हुजूम ढूंढ रहा हूंगहरे पानी में जुनून ढूंढ रहा हूंसुना था किस्मत कभी तो बदलेगीबड़ी सब्र से मैं सुकून ढूंढ रहा हूं
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वो पूछते है हमारा तुम से ऐसा क्या वास्ता थाहम तो समझे रूह से रूह तक का रास्ता था -
वो पूछते है हमारा तुम से ऐसा क्या वास्ता थाहम तो समझे रूह से रूह तक का रास्ता था
किस्मत छोड़ जाती है या निभाती हैरखो संग तुम पुरुषार्थ, धैर्य का ज़ोरनर्म कागज़ भी बना था कोई सख्त पेड़ सेकागज़ की नाव का भी आता है इक दौरखामोशी से निकल जाना तुम मसलों सेदेखना, लोग रह जाएंगे मचाते हुए शोरवक्त की फितरत है बदलते रहना तोयकीनन कभी तो बोलेंगे तुम्हारे चकोरतकदीर तुम्हारी लो तुम अपने हाथों मेंखुद को कभी मत समझो तुम कमज़ोर -
किस्मत छोड़ जाती है या निभाती हैरखो संग तुम पुरुषार्थ, धैर्य का ज़ोरनर्म कागज़ भी बना था कोई सख्त पेड़ सेकागज़ की नाव का भी आता है इक दौरखामोशी से निकल जाना तुम मसलों सेदेखना, लोग रह जाएंगे मचाते हुए शोरवक्त की फितरत है बदलते रहना तोयकीनन कभी तो बोलेंगे तुम्हारे चकोरतकदीर तुम्हारी लो तुम अपने हाथों मेंखुद को कभी मत समझो तुम कमज़ोर
पहले ख्वाहिश थी कि समझ पाए मुझे लोगमगर अब मैं किसी का भी बुरा नही चाहता -
पहले ख्वाहिश थी कि समझ पाए मुझे लोगमगर अब मैं किसी का भी बुरा नही चाहता
हमारी नींद चुराने की बात करते हो आपहुजूर, झोपड़ी में डाका नहीं डाला करते -
हमारी नींद चुराने की बात करते हो आपहुजूर, झोपड़ी में डाका नहीं डाला करते
शायद यह खुशनसीबी है, गुमनाम हूंसिर्फ अपने पसंदीदा लोगों में नाम हूंलोग जानेंगे अगर, पहचान पाएंगे नहींमिलेंगे खुशी से, मगर काम आएंगे नहींइक आवाम होगी जो जलती होगीइस खोज में कि कब गलती होगीहां, सपने सब सच अपने हो पाएंगेख्वाब हम भी किसी के बन जाएंगेअभी अपनों के लिए वक्त बेशुमार हैआज, नहीं कोई भी हमसे बेजार हैजितनों का हूं, उन का वफादार हूंअपनी छोटी सी बस्ती का मैं यार हूं -
शायद यह खुशनसीबी है, गुमनाम हूंसिर्फ अपने पसंदीदा लोगों में नाम हूंलोग जानेंगे अगर, पहचान पाएंगे नहींमिलेंगे खुशी से, मगर काम आएंगे नहींइक आवाम होगी जो जलती होगीइस खोज में कि कब गलती होगीहां, सपने सब सच अपने हो पाएंगेख्वाब हम भी किसी के बन जाएंगेअभी अपनों के लिए वक्त बेशुमार हैआज, नहीं कोई भी हमसे बेजार हैजितनों का हूं, उन का वफादार हूंअपनी छोटी सी बस्ती का मैं यार हूं
चाहत-ए-इल्म ने कुचल डाली है मासूमियत मेरीखुद को पाने के सफर में खुद को कुछ ऐसा खोया हूं -
चाहत-ए-इल्म ने कुचल डाली है मासूमियत मेरीखुद को पाने के सफर में खुद को कुछ ऐसा खोया हूं
मुंह पर सब सच बताने वाले लोगडांट कर भी प्यार जताने वाले लोगटूटते ही बदल देती इस दुनिया मेंचीज़ों को जोड़कर बचाने वाले लोगबैठे हो चाहे खुद कितने भी परेशानघर तक का रास्ता दिखाने वाले लोगगुमसुम किसी को देख ले जो अगरकुछ भी कर उन्हें हंसाने वाले लोग दिख जाए भूखा कोई भी जो कहींनिवाला खुद का खिलाने वाले लोगरिश्तों में दरार रोकने के खातिरखुद झुकने और मनाने वाले लोगचाहे मिल रहे हो पहली बार लेकिनसच्चे दिल से दिल लगाने वाले लोगखुद के ही दिल से छिपती इस बस्ती मेंबात निजी भी खुलकर बताने वाले लोगखुद पर भरोसा खो चुके हुए लोगों कोखुदा पर भी भरोसा दिलाने वाले लोगखोए जा रहे है हम, हो सके तो बचा लेना -
मुंह पर सब सच बताने वाले लोगडांट कर भी प्यार जताने वाले लोगटूटते ही बदल देती इस दुनिया मेंचीज़ों को जोड़कर बचाने वाले लोगबैठे हो चाहे खुद कितने भी परेशानघर तक का रास्ता दिखाने वाले लोगगुमसुम किसी को देख ले जो अगरकुछ भी कर उन्हें हंसाने वाले लोग दिख जाए भूखा कोई भी जो कहींनिवाला खुद का खिलाने वाले लोगरिश्तों में दरार रोकने के खातिरखुद झुकने और मनाने वाले लोगचाहे मिल रहे हो पहली बार लेकिनसच्चे दिल से दिल लगाने वाले लोगखुद के ही दिल से छिपती इस बस्ती मेंबात निजी भी खुलकर बताने वाले लोगखुद पर भरोसा खो चुके हुए लोगों कोखुदा पर भी भरोसा दिलाने वाले लोगखोए जा रहे है हम, हो सके तो बचा लेना
होठ फड़फड़ाते रहे मगर कहना ज़रूरी थादबी उस बुंद का आंख से बहना ज़रूरी थाबहुत उम्मीद लगाए बैठे थे ज़माने से बचपन मेंअसलियत जानने घर से निकलना ज़रूरी थाऐसा नहीं है कि हार अब रुला नहीं पाती मुझेजानता हूं मूरत का हर घाव सहना ज़रूरी थागम की गैर मौजूदगी में खुशी मायूस रहती थीगनीमत है उन हालातों का बदलना ज़रूरी थाखुद को दरिया-ए-अय्याम समझ रहा था हसितमिट्टी के ज़र्फ का आइने से मिलना ज़रूरी था -
होठ फड़फड़ाते रहे मगर कहना ज़रूरी थादबी उस बुंद का आंख से बहना ज़रूरी थाबहुत उम्मीद लगाए बैठे थे ज़माने से बचपन मेंअसलियत जानने घर से निकलना ज़रूरी थाऐसा नहीं है कि हार अब रुला नहीं पाती मुझेजानता हूं मूरत का हर घाव सहना ज़रूरी थागम की गैर मौजूदगी में खुशी मायूस रहती थीगनीमत है उन हालातों का बदलना ज़रूरी थाखुद को दरिया-ए-अय्याम समझ रहा था हसितमिट्टी के ज़र्फ का आइने से मिलना ज़रूरी था
मेरे सर से कंधा मिलाने का क्या लोगेहाथों से बाल खिलाने का क्या लोगेखुली झुल्फे मेरी सिर्फ तुम्हारे लिए हैउन्हें फूलों से सजाने का क्या लोगेसुना है कोई जादू है तुम्हारे हाथों मेंचेहरे पर उनको चलाने का क्या लोगेटूटा भी अगर तुम जोड़ लेते हो अगरमेरे दिल से दिल लगाने का क्या लोगेशायद प्यास बुझ न पाएगी मेरी मगरलबों से लबों को मिलाने का क्या लोगेख़्वाब मेरे है, मगर कैद हम दोनों उसमेंमेरे सपनों से बाहर जाने का क्या लोगेमेरे होने तक से अनजान हो तुम शायदइक बार सही, गले लगाने का क्या लोगे -
मेरे सर से कंधा मिलाने का क्या लोगेहाथों से बाल खिलाने का क्या लोगेखुली झुल्फे मेरी सिर्फ तुम्हारे लिए हैउन्हें फूलों से सजाने का क्या लोगेसुना है कोई जादू है तुम्हारे हाथों मेंचेहरे पर उनको चलाने का क्या लोगेटूटा भी अगर तुम जोड़ लेते हो अगरमेरे दिल से दिल लगाने का क्या लोगेशायद प्यास बुझ न पाएगी मेरी मगरलबों से लबों को मिलाने का क्या लोगेख़्वाब मेरे है, मगर कैद हम दोनों उसमेंमेरे सपनों से बाहर जाने का क्या लोगेमेरे होने तक से अनजान हो तुम शायदइक बार सही, गले लगाने का क्या लोगे