ऐ समन्दर मैं तुझसे वाकिफ हूँ
मगर इतना बताता हूँ
वो आंखें तुझसे ज्यादा गहरी हैं जिनका मैं आशिक हूं-
14 MAR 2020 AT 8:16
6 FEB 2020 AT 9:58
जो मिला है खो जाएगा
इस बात का ग़म न करना
ऐ दोस्त,
इंसान सुबह नींद से जागकर
फिर गहरी नींद में सो जाएगा।-
13 JUN 2020 AT 23:49
तुम कहोगे .. मैं सुन लूँगी
नहीं कहोगे
जान लूँगी .. मान लूँगी .. प्रेम है
मत कहो ! कि तुम्हारी आँखें बहुत बातूनी है-
18 JUL 2019 AT 8:59
हर दिन नयी कहानी है,
एक नयी शुरुआत करो!
दूर सभी शिक़वे होंगे,
आओ मुझसे बात करो.😊
जुल्फें डालो सूरज पर,
गहरी काली रात करो.!
तोड़ो हर बंदिश साथी,
हर पहरे को मात करो.!
स्वतंत्र सफ़र ये जीवन है,
तय तुम मेरे साथ करो.!
सिद्धार्थ मिश्र
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13 JUN 2019 AT 21:45
तुमसे बार-बार आंखें लड़ जाती हैं,
राहें बदल लो,या गहरी आंखों में डूब जाओ।
_ रेणुका जाट-
28 JAN 2021 AT 22:15
ये गहरी झील-सी निग़ाहें तेरी
यूं ना इनको तू झुकाया कर,
हसरत सी होती है इनमें डूब के मर जाने की।-
13 FEB 2021 AT 18:36
रात गहरी थी..
बात गहरी थी..
मुलाक़ात के इंतज़ार में..
इस जीवन के सार में..
बिन तुम सब अधूरा है..
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