की मोहब्बत पैरों
तले रौंदी जाएगी,,
ये.......-
इश्क,मोहब्बत की
कहानी अधूरी रह जाएगी...!
- रेणुका चौधरी-
1. काव्य संगम (सांझा काव्य संग्रह)
2. काव्य सुरभि (सांझा काव्य संग्रह) 20... read more
तेरे संग बिताए यादों को
फूलों से सजा कर रखा है,,
जब तुम आओगे तुम्हारे लिए
बाहों को फैला कर रखा है,,।
- रेणुका चौधरी-
दिन भर तुमसे मुलाक़ात करती थी,
रातों में तुम्हारा इंतजार करती थी।
तुम्हारी यादों में खोई रहती थी,
तेरी आंखों में डूबी रहती थी।
ख्वाबों में तुम से बातें करती थी,
राहों में तुम्हारे साथ चलती थी।
तेरे दिल के धड़कन में रहती थी,
तेरी आंखों के अश्कों में बहती थी।
_ रेणुका जाट-
तुम्हारी यादों का चेहरा बनकर जब भी सामने आता है,
तब-तब दिल की धड़कनों का धड़कना तेज़ कर देता है..!
- रेणुका चौधरी-
दिल के करीब है,
तुम्हारी यादों को दिल के
कोने में सजा कर रखा है,
तेरे आने की आहट सुनाई दी और
मैंने दिल का दरवाजा खोल के रखा है..!
- रेणुका चौधरी-
"ए जिंदगी गुजरे हुए लम्हों को याद ना कर,
पहाड़ सी जिंदगी को नफ़रत में बदनाम ना कर..,
इस साल मोहब्बत की दुनिया सबको रास आए
ख़ुदा करे नया साल चिराग़ों की रोशनी लेकर आए..!"
- रेणुका चौधरी
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कहां मिलता है,
जो तेरी बाहों में मिलता है..!
तुम से बिछड़ कर
तेरी यादों में रहता है,
मेरी परछाई बनकर
मेरे साथ चलता है..!
- रेणुका चौधरी
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होंठों पर लाली
आंखों में काजल,
नाक में नथनी
कानों में झुमके
पैरों में पायल,
हाथों में मेहंदी का रंग,
सात जन्म यूं ही रहे साजन का संग..!
- रेणुका चौधरी-
पहली बार तुम आए तो दिल हंसने लगा ,
तुम्हें छू कर देखें लूं, एहसास होने लगा ..!
- रेणुका चौधरी-