जो देखा सही हो जरुरी तो नहीं 😡
सच बताऊ तुमसे जरुरी कोई नहीं⚠️😊❣❣-
आदत और शौक पहले से कहां रहे
वक्त के साथ धुंधलाते चले गये
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सरहद तक जा पहुँचा था मैं पिछले दिनों
साँसे उखड़ने लगीं तो
लकीर छू कर लौट आया
अपनी पाली में महफूज़
मेरे सर की हद है मेरा घर
मेरी छत मेरा बिस्तर
मेरी नींद मेरे ख्वाब
ख्वाबों में हसीन मंजर-
काँग्रेस ---क्रिकेट का टैस्ट मैच..स्लो
लंबा,बोरिंग,हर ओवर के बाद ब्रेक.
बीजेपी-- -प्रो कबड्डी लीग..फास्ट ,
छोटा,ऐक्साइटिंग,बस दो मिनट का
एक ब्रेक.
बाकी सभी पार्टियाँ ---कच्छा धारी गिरोह,
चोटी काटने की आफवाह जैसी.
आम आदमी पार्टी---ढिंचिक पूजा का
गाना.. .झिलाऊ फिर भी पोपूलर.-
~* चाँद वाला सिक्का *~
कँही तो कोई, कुछ खेलता हर रात..
ये तारे, वो जुगनू.. कुछ तो है बात..
चाँद वाला सिक्का हर रोज वो उछाले..
चित-पट देखकर, यूँ ही छोड़ दे सारी रात..
शायद वो खेल, कबड्डी हो बादलों का,
और तारे, दर्शक दृघा हो पूरे गगन का..
मैं भला नादान सा, देर से समझा इसे..
पढ़ता रहा चाँद को,सोचा खत है वो मेरे सनम का..-
कबड्डी का टूर्नामेंट
फुटबॉल की स्टाइल में
खेला जाएगा तो
"ट्रॉफी" नहीं "टॉफी" मिलेगी।
☺️समझ लो समझो तो☺️
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Milkar khela karte the kabhi cricket bhi kabddi bhi,
मिलकर खेला करते थे कभी क्रिकेट भी कबड्डी भी,
Aaj ye halat hai kahin fasad na ho jaye...
आज ये हालात है कहीं फसाद न हो जाए....-
मैं कबड्डी दोहराता आऊंगा
तुम मुझे पकड़ने आना,
मैं छू कर तुम्हें 'बर्फ़' कहूँगा
तुम वहीं जम जाना,
बहुत हुई है आँख मिचौली
अब तो सामने आओ,
होते हुए सारे कोनों से
तुम मेरे घर भी आओ,
भाग जाना पिट्ठू तोड़कर
मैं फिर से उसे बनाऊंगा,
तुम 'म' से मुखड़ा गाना
अंतरा मैं सुनाऊंगा,
मैं कुछ ग़लत लिख दूँ तो
तुम रबड़ बन के मिटा देना,
मंज़ूर हो ये खेल तुम्हें तो
'कवर' से 'क्वीन' मिला देना..-
ज़िन्दगी भी खूब कबड्डी खिलाती है,
कभी उठा कर पटकती है,
तो कभी सर पे चढ़ाती है।-
समझ मे नही आ रहा कि जिंदगी मेरे साथ कबड्डी
खेल रही या मैं जिंदगी के साथ कबड्डी खेल रही-