कल रात एक अजीब हादसा हुआ
तुम्हारी "आदत" ने ख़ुदकुशी कर ली-
दुनियां को दिलजलों की
किसी को शराबी बना के
किसी को शायर बना के-
मुझे पता है मेरी कड़वी बातें तुम्हें खो देंगी,
मगर क्या करें झुठ बोलना हमारी आदत नहीं!
ये प्यार का नशा तो हम भी कर सकते हैं -2
मगर क्या करें नशा करना हमारा शौक नहीं!!-
बंदिशे दोहरे ज़माने की...
कुंठित विचारधारा जहाँ सर्वोपरि,,,
मोल न होते वहाँ अस्तित्व की...
न कर ख़ामोश मुझे ऐ ज़माने....
अब कोई बलिदानी नहीं अधिकार की...
बात हैँ आज मेरे आत्मसम्मान की ❣️❣️❣️-
जानेजाँ अगले जन्म...तेरी जुल्फ बनकर...
हवा के झोके से...तेरी गालो पे बिखर जाऊँगा...
जुल्फों में उंगलिया फिराने की...बस आदत छोड़ दे...
अच्छा नहीं लगूँगा...गर सँवर जाऊँगा😘-
Aadat si ho gayi hai har pal kuch sahne ki
Aadat si ho gayi hai khud se jhooth bolne ki
Aadat si ho gayi hai yuunhin muskurane ki
Aadat si ho gayi hai har din zindagi se ladne ki
Aadat ban gayi hai ab aise zindagi jeene ki
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धीरे-घीरे तकलीफों की
अक्सर ढूंढ़ता हूं उस शख्स को खुद में मैं
जिसे कभी मुझ से बेइंतहा मोहब्बत था💕-
इस खाली कमरे में सोना
फिर जग कर उठना ।
ये खाली कमरा , मेरी दुनिया है ,
मुझे अकेले रहने की आदत है ।-
आदत से मजबूर
हूँ मैं.....
झूठे पसंद नहीं कितने भी अपने क्यों न हो🤨-
दुखी है वो अब मुस्कुराए भी कैसे
ये आँसू किसी को दिखाए भी कैसे
मुक़द्दस नहीं है मोहब्बत किसी को
वो सपने सुहाने सजाए भी कैसे
गुज़ारिश करे किस के पीछे पड़े
ख़ुदा को वो अर्ज़ी लगाए भी कैसे
ये इमरोज़ आकर बना है दीवाना
गुज़ारे पलों को भुलाए भी कैसे
मुकम्मल कहानी हुई ही कहाँ थी
अधूरी कहानी सुनाए भी कैसे
हसीनों की आदत से पुरनूर होकर
हसीनो को दिल में बिठाए भी कैसे
जो 'आरिफ़' का होकर भी उसका नहीं है
उसे पास अब वो बुलाए भी कैसे-