शुरुआत चाहे जहाँ से हो
{अंत हमेशा}
शुरुआत वाले जगह हीं होता है-
CDS 🇮🇳General Martyrs -Vipin Rawat Sa... read more
काले-घनें अंधेरों में कोई अपना पड़ा सवेरा है
ढूंढें कैसे उस तरंग को जो अस्त पड़ा अकेला है
मस्त पड़ा वदन मिट्टी का सुस्त पड़ा मन कहाँ अकेला है
अंधेरा-घना रास्तों पर, कोई खड़ा अपना क्या अपना है?-
हवा और ठंडक तो पंखा और AC में भी है
पर माॅं के आंचल से मिले ठंडक की कोई बराबरी नहीं❤-
वाह रे इंसान👏
जो हमें स्वच्छ रखने के लिए खुद को गंदा रखता है
हम उससे प्यार नहीं करते घृणा करते हैं 🙏🇮🇳-
🏥
इंसान को इंसान से झगरते सभी ने देखा है
मैंने आज भगवान को इंसान से लड़ते देखा है
अंतिम छोड़ पे पड़ा एक बीमार आदमी
फिर घर वाले पैसे से डाक्टर को तौल दिया
डाक्टर फिर भी न माना रेफर कर दिया
वहीं बैठी माँ रोती हुई भगवान से कह रही
मुझे बुला ले भगवान पर मेरे बेटे को छोड़ दे
कुछ देर बाद डाक्टर ने पेसेंट को अंदर बुलाया
इलाज शुरू की क्योंकि रिपोर्ट किसी और की थी
तब वहाँ बैठे सबने देखा, माँ नहीं रही पर बेटा बच गया 😭-
किनारे रख दिया जो दुख अपने सारे
वो कोई और नहीं मां बाप हैं 🙏
और तुम उन्हीं के मिट्टी का बर्तन हो
अब खुद को सोने के समझने लगे तुम😊
रूखा सूखा खिलाकर तुझे नेक बनाया जिसने
उसे पागल बताकर आज वृद्धाश्रम में भेज दिया तुमने😔
बूढ़े माँ पाप तुझे अपने लाठी का सहारा समझते हैं
और तुम्हें लगता है की अब वो तेरे महल में राज करेंगे 😂😔
तू पागल है पगले (भगवान तेरे यहाँ कहाँ बास करेंगे) 😂-
खेतों में किसान अपनी फसल नहीं मेहनत रोपता है
घर और देश की जिम्मेदारी मन में तौलता हुआ बोरियां भरता है
सवाल होगा क्या वो रोता है~ सुखा, अत्यधिक बारिश, बाढ़ से कैसे वो लड़ता है
तो जवाब होगा~ सच तो यह है कि इनकी परिस्थिति को कौन सुनता है
तेरे घर में रोटियां शानदार बन रही है तुमने खरीद कर लाया है ना अच्छा है
पर अन्न दाता कहीं कोई कर्ज के तले दबे पड़े भूखा सोया होगा साहब 😒-
छीन लिया गरीब से घर झोपडी़ का
सुना है महल वाले वहाँ मौल बनाएंगे 😔-
सरेआम नीलाम होती है बेटियां
जहां प्यार और रिश्तो की बात नहीं दहेज की बात होती है-