जाति धर्म के दंगों ने
कितनों के रक्त बहाए
गोदी मीडिया के समर्थक
क्यूं अंध भक्त हैं कहलाए-
अंधे भक्त
सिर्फ बाबाओं के ही नहीं होते
नेताओं के भी होते हैं....
इसीलिए तो..
काँग्रेस ने
सत्तर साल तक राज़ किया
और अंधभक्त समर्थक अब
तिलमिलाए रहते हैं..
क्योंकि प्यार
देश से ज्यादा..गाँधी शब्द से है..-
या तो पूरी तरह नास्तिक बनो अथवा पूरी तरह अंध भक्त बनो।
भक्ति के साथ युक्ति रखना,
प्रपंच या ढोंग के अलावा कुछ और नहीं।-
जिसने बिना शक्कर के पानी की चाई बेच दी
उसमें काबिलियत क्या है यह तुम भी जानते हो ।
Read caption...!!
( अंधभक्तों का caption पढ़ना सख़्त मना है)
जनहित में जारी...😂-
"दीदी ओ दीदी" ....तुम जीत नहीं सकती
जरूर तुमने "बंगाली बाबा" के साथ मिलकर
काला जादू कराया है .....😜😂🤣🤣🤣-
कफ़न बेच देंगे और तो और ये वतन बेच देंगे
पर फिर भी भक्त सदा इन्हीं का ही साथ देंगे
DAD_PATIL ❤-
वो अंधभक्ति में लीन है रहने दो.. कोई देशभक्त थोड़ी है..!
विद्वानों से कहो चुप रहें.. उन्हें आपकी बातों पे विश्वास थोड़ी है..!!
साहब ने जो कहा वह पत्थर की लकीर है..!
कोई सवाल खड़ा कर दे.. मीडिया में इतना दम थोड़ी..!!
आएगी आर्थिक तंगी.. सब बेहाल होंगे ..!
यहां सिर्फ हमारे ही पेट में.. भूख थोड़ी है..!!-
भगत सिंह जी आप को सादर नमस्कार
पंजाब में बन गई है आप की ही सरकार
देश को अब कीजिये अंध भक्तों से मुक्त
फिर तो जल्द हो जाएगा बेड़ा अपरम्पार-
बिकाऊ मीडिया को ठिकाने पर लाना चाहिए
देश-हित में इसके खिलाफ़ आवाज़ उठाने का
हर कवी और हर शायर का कर्तव्य होना चाहिए-
जब देश के सरहदों पर सैनिक बिना धर्म को लाए देश की रक्षा को है तत्पर खड़े , फिर देश में सब क्यों धर्म के नाम पर है वह भिड़े। जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
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